Mann Ki Baat: जानिये साल 2022 के अंतिम 'मन की बात' में पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साल 2022 के अंतिम 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये संबोधन की खास बातें

पीएम मोदी की 'मन की बात'
पीएम मोदी की 'मन की बात'


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम के जरिये इस साल 2022 के मन की बात कार्यक्रम के आखिरी एपिसोड को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि वर्ष 2022 कई मायनों में बहुत ही प्रेरक रहा, अद्भुत रहा। इस साल भारत ने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किये और इसी वर्ष अमृतकाल का प्रारंभ हुआ। इस साल देश ने नई रफ़्तार पकड़ी> 2022 की विभिन्न सफलताओं ने आज पूरे विश्व में भारत के लिए एक विशेष स्थान बनाया है।

डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़िये पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें।

1.    मेरे प्यारे देशवासियो, अब हम धीरे-धीरे ‘मन कीबात’ के 100वें एपिसोड के अभूतपूर्व पड़ाव की ओर बढ़ रहे हैं। 100वें episode में हम क्या बात करें, उसे कैसे खास बनायें, इसके लिए आप मुझे अपने सुझाव भेजेंगे तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा।
2.    बीते वर्षों में भारत ने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कई बड़ी चुनौतियों पर विजय पाई है। इसका श्रेय हमारे Medical Experts, Scientists और देशवासियोँ को जाता है। हमने Smallpox, Polioऔर Guinea Worm बीमारियों को समाप्त करके दिखाया है।
3.    आज श्रोताओं को, मैं एक और चुनौती के बारे में बताना चाहता हूं, जो अब समाप्त होने की कगार पर है। ये चुनौती, ये बीमारी है- ‘कालाजार।
4.    सबके प्रयास की इसी भावना से, हम, भारत को 2025 तक टी.बी. मुक्त करने के लिए भी काम कर रहे हैं। आपने देखा होगा, बीते दिनों, जब टी.बी. मुक्त भारत अभियान शुरू हुआ, तो हजारों लोग, टी.बी मरीजों की मदद के लिए आगे आएं।
5.    देशवासियो, हमारी परंपरा और संस्कृति का माँ गंगा से अटूट नाता है। ‘नमामि गंगे’ अभियान की सबसे बड़ी ऊर्जा, लोगों की निरंतर सहभागिता है। ‘नमामिगंगे’ अभियान में, गंगा प्रहरियों और गंगा दूतों की भी बड़ी भूमिका है।
6.    हम सभी के लिए यह गौरव की बात है कि भारत की इस पहल को, आज दुनियाभर की सराहना मिल रही है | UnitedNations ने नमामिगंगे मिशन को Ecosystem को Restore करने वाले दुनिया के Top Ten Initiatives में शामिल किया है।
7.    जब संकल्प शक्ति मजबूत हो, तो बड़ी से बड़ी चुनौती भी आसान हो जाती है। इसकी मिसाल पेश की है -सिक्किम के थेगू गाँव के ‘संगे शेरपा जी’ ने, जो पिछले 14 साल से 12,000 फीट से भी ज्यादा की ऊचाई पर पर्यावरण संरक्षण के काम में जुटे हैं।
8.    मुझे खुशी है कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ भारतीयों के मन में रच-बस चुका है। साल 2014 में इस जन आंदोलन के शुरू होने के साथ ही, इसे नयी ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए लोगों ने कई अनूठे प्रयास किये हैं।
9.    पिछले दिनों एमआईबी इंडिया ने भी मुंबई में,अहमदाबाद में, कोलकता में, शिलांग में अपने दफ्तरों में साफ-सफाई का भरपूर प्रयास किया और उसके कारण आज उनको दो-दो, तीन-तीन मंजिलें, पूरी तरह से नये सिरे से काम में आ सके।
10.    हमारे देश में अपनी कला-संस्कृति को लेकर एक नई जागरूकता आ रही है, एक नई चेतना जागृत हो रही है। ‘मन की बात’ में, हम अक्सर ऐसे उदाहरणों की चर्चा भी करते हैं।
11.    हाल ही में दुबई से खबर आई कि वहाँ के कलारी club ने Guinness Book of World Records में नाम दर्ज किया है।
12.    देशवासियो, मैं आप सभी को कर्नाटका के गडक जिले में रहने वाले ‘क्वेमश्री’ जी के बारे में बताना चाहता हूँ। ‘क्वेमश्री’ दक्षिण में कर्नाटका की कला-संस्कृति को पुनर्जीवित करने के mission में पिछले 25 वर्षों से अनवरत लगे हुए हैं।
13.    साथियो, अपनी कला-संस्कृति के प्रति देशवासियों का ये उत्साह ‘अपनी विरासत पर गर्व’ की भावना का ही प्रकटीकरण है। हमारे देश के हर कोने में ऐसे कितने ही रंग बिखरे हैं।
14.    देशवासियो, देश के अनेक क्षेत्र में बांस से अनेक सुन्दर और उपयोगी चीजें बनाई जाती हैं। विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में बांस के कुशल कारीगर, कुशल कलाकार हैं।
15.    कर्नाटक के शिवमोगा में एक दंपति श्रीमान सुरेश और उनकी पत्नी श्रीमती मैथिली सुपारी के रेशे से बने कई unique products international market तक पहुँचा रहे हैं। उनके products लंदन और यूरोप के बाज़ारों में भी बिक रहे हैं।
16.    अगली बार हम वर्ष 2023 में मिलेंगे। मैं आप सभी को वर्ष 2023 की शुभकामनायें देता हूँ। ये वर्ष सभी के लिए खास रहे, देश नई ऊँचाइयों को छूता रहे। आप पर्वों का खूब आनंद लीजिये, लेकिन, थोड़ा सतर्क भी रहिए। बहुत-बहुत धन्यवाद।










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