मानेसर भूमि अधिग्रहण: ईडी ने दिल्ली और हरियाणा में 10 स्थानों पर की छापेमारी

डीएन संवाददाता

मानेसर भूमि अधिग्रहण मामले के तहत ईडी ने दिल्ली और हरियाणा में गुरुवार को छापे मारे। इस मामले में किसानों और भूमि मालिकों को लगभग 1,500 करोड़ रूपए की चपत लगाई गई।

प्रवर्तन निदेशालय
प्रवर्तन निदेशालय


नई दिल्ली: गुरूग्राम के मानेसर में भूमि अधिग्रहण में कथित अनियमितताओं से संबंधित धन शोधन मामले की जांच को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को दिल्ली और हरियाणा में करीब 10 स्थानों पर छापेमारी की। इस मामले में किसानों और भूमि मालिकों को लगभग 1,500 करोड़ रूपए की चपत लगाई गई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सितंबर 2016 में धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा का आरोपी के तौर पर नाम सामने आया है।

भूपिंदर सिंह हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री, हरियाणा

ईडी अधिकारियों ने बताया कि आठ लोगों के परिसरों की तलाशी ली गई जिनमें आईएएस अधिकारी, हरियाणा सरकार के अधिकारी और बिल्डर शामिल हैं।

हुड्डा के खिलाफ आपराधिक शिकायत

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली, गुरूग्राम तथा हरियाणा में कुछ अन्य स्थानों समेत करीब दस स्थानों पर छानबीन की गई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने हुड्डा के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की।

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क्या है मामला

हरियाणा सरकार के कुछ अज्ञात अधिकारियों ने निजी बिल्डरों के साथ मिलीभगत और साजिश करके वर्ष 2004 से वर्ष 2007 के बीच गुरूग्राम जिले के मानेसर, नौरंगपुर और लखनौला गांवों में लगभग 400 एकड़ भूमि बेहद मामूली कीमतों पर खरीदी। भूमि मालिकों को डर दिखाया गया था कि जमीन का सरकार अधिग्रहण कर लेगी। जिसके बाद पिछले वर्ष मामला दर्ज किया गया।










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