DN Exclusive: एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने की खबर सुन चौंके लोग, क्या उद्धव ठाकरे से छीन जायेगी शिवसेना?

मनोज टिबड़ेवाल आकाश

शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है लेकिन क्या यह भाजपा की रणनीति है या फिर शिंदे ने पहले से ही ऐसी शर्त रखी थी, जिसके चलते उन्हें सीएम की कुर्सी मिली है। डाइनामाइट न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ मनोज टिबड़ेवाल आकाश का त्वरित विश्लेषण



मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत की जड़ें हिलाने और उद्धव ठाकरे सरकार को इस्तीफे के लिए मजबूर करने वाले एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री होंगे। राजभवन में आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की इस घोषणा ने सभी पॉलीटिकल पंडितों की भविष्यवाणी और आंकलन को झुठला दिया है। 

महाराष्ट्र के सियासत की धुंधली तस्वीरे धीरे-धीरे साफ होने के साथ अब भाजपा के इस बड़े सियासी दांव को लेकर कई तरह की चर्चाओं बाजार गरमाने लगा है। अब असली सवाल यह है कि शिवसेना होगी किसकी? 

इस्तीफा देने वाले सीएम उद्धव ठाकरे इस समय शिवसेना के प्रमुख है। उद्धव और उनका खेमा शिवसेना पर अपना दावा जता रहा है। शिवसेना से बगावत करने और सीएम बनने वाले एकनाथ शिंदे संख्याबल के आधार पर शिवसेना पर अपना दावा कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनके पास शिवसेना के सबसे ज्यादा विधायक है।

सियासत के बाद अब शिवसेना के चुनाव चिन्ह और पार्टी पर दावे की लड़ाई शुरू होने वाली है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि कहीं भाजपा के समर्थन से सीएम का पद पाने वाले एकनाथ शिंदे और उनका गुट उद्धव ठाकरे खेमे पर भारी न पड़ जाए। उद्धव ठाकरे के सामने अब शिवसेना पर अपना दावा और अधिकार बरकरार रखने की चुनौती खड़ी हो गई है। वे इससे कैसे निपटते है, यह देखने वाली बात होगी।










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