महराजगंज जिले में आंदोलनरत हजारों आशा वर्कर्स के समर्थन में उतरे पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद में विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हजारों आशा कार्यकर्ताओं की मांगों पर अब तक सुनवाई न होने पर उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल ने दुख जताया है। इसके साथ ही पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल ने आशा कार्यकत्रियों को हर समर्थन और सहयोग देने का भी ऐलान किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट



महराजगंज: विभिन्न मांगों को लेकर जनपद की हजारों आशा कार्यकत्रियों का आंदोलन जारी है। 22 अक्टूबर से आंदोलनरत आशा कार्यकत्रियों की समस्याओं का समाधान और मांगों पर अब तक किसी तरह की सुनवाई न होने पर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री एवं आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सुशील कुमार टिबड़ेवाल ने दुख जताया है। पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल शनिवार को जिले में आंदोलनरत हजारों आशा कार्यकत्रियों के बीच पहुंचे और उन्हें हर तरह के सहयोग और समर्थन देने का वादा किया। इस मौके पर उन्होंने आशा कार्यकत्रियों से बातचीत भी की और उनकी समस्याओं पर चिंता भी जतायी।

जिले में आंदोलनरत हजारों आशा कार्यकत्रियों के बीच पहुंचे यूपी सरकार के पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल ने इस बात पर दुख जताया कि जायज मांगों को लेकर जिले की हजारों माताएं-बहने अपने छोटे बच्चों के साथ यहां धरना-प्रदर्शन कर रही है लेकिन सरकारी अफसर अब तक अपने एसी कमरों में बैठे हुए हैं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आशा कार्यकात्रियों की मांगों पर न तो सरकार कोई ध्यान दे रही है और न ही कोई प्रशासन का अधिकारी उसके समाधान के लिये आगे आ रहा है।

आशा कार्यकात्रियों के बीच पहुंचे यूपी सरकार के पूर्व मंत्री सुशील कुमार टिबड़ेवाल

317, सिसवा विधान सभा के समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सुशील कुमार सुशील कुमार टिबड़ेवाल ने हजारों आशा कार्यकत्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि हजारों माताएं-बहने बेहद परेशानी में हैं। वे उनके दुख और परेशानियों को समझ सकते हैं। लेकिन सरकार का अभी तक खामोश रहना बेहद दुखद है।

आशा कार्यकत्रियों को संबोधित करते 317, सिसवा विधान सभा के सपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार टिबड़ेवाल

उन्होंने कहा कि आज आंदोलन कर रहीं मताएं-बहने बिना किसी तनख्वाह या बेहद कम वेतन पर अपना काम ईमानदारी से कर रहीं है। सरकार द्वारा उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मंहगाई चरम पर है और उनको वेतन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकत्रियों का मानदेय बेहद कम है, जिसे सरकार द्वारा बढ़ाकर कम से 25 हजार रूपये किये जाने की जरूरत है।

मुख्यालय परिसर में जमा बड़ी संख्या में आशा वर्कर्स

पूर्व मंत्री सुशील कुमार सुशील कुमार टिबड़ेवाल ने आंदोलनरत आशा कार्यकत्रियों के धरने-प्रदर्शन का समर्थन करते हुए उनके आंदोलन को हर सहयोग और समर्थन देने का वादा किया है। उन्होंने यह भी कहा कि चार महीने बाद जैसे ही राज्य में सपा की सरकार बनेगी, प्राथमिकता के तौर पर आशा कार्यकत्रियों की समस्याओं को दूर किया जायेगा।










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