महराजगंज: बृजमनगंज में दो गुटों में खूनी संघर्ष, दर्जन भर लोग घायल, विवाद के बाद गांव पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के साथ की बदसलूकी, जवाब में पुलिसिया गाड़ी का तोड़ा गया शीशा

डीएन संवाददाता

आर्केस्ट्रा में डांसरों के साथ छेड़खानी करने वाले मनबढ़ों को पुलिस का कोई खौफ नहीं है। कुछ दिन पहले हुए छेड़खानी विवाद में मनबढ़ों को सबक सिखाने वाले ग्रामीणों पर कल रात इन मनबढ़ों ने हमला बोल दिया। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो उसने गरीब ग्रामीणों और महिलाओं के साथ जमकर बदसलूकी की। जवाब में एक पुलिसिया गाड़ी का शीशा तोड़ दिया गया है। गांव में अभी भी खौफनाक तनाव पसरा हुआ है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:



बृजमनगंज (महराजगंज): स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम सभा लेहड़ा के बगौली गांव में बीती रात बगल के दो गांवों रमजान पुर और नर्सरी के लगभग दो दर्जन अराजक तत्वों ने मोटरसाइकिलों से आकर गांव की कई महिलाओं और पुरूषों को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

मौके पर पहुंचे डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को ग्रामीणों ने बताया कि कल रात की घटना के पीछे पुरानी खुन्नस है। कुछ दिन पहले गांव में आर्केस्ट्रा का नाच हो रहा था, उसमें इन मनबढ़ हमलावरों ने डांसरों के साथ छेड़खानी और हुड़दंगई की, जिसके बाद ग्रामीणों ने इन मनबढ़ों को भगा दिया। अब ये मनबढ़ इसी बात से खार खाकर सभी बदला लेने की फिराक में थे और वह मौका देख कल रात गांव में पहुंच अचानक हमला बोल दिया।

पुलिसिया बदसलूकी से गुस्साये ग्रामीणों ने तोड़ा एक गाड़ी का शीशा

इस घटना में मुख्य रूप से भोला पुत्र राम सरन, रवि पुत्र रामसरन, श्रीनिवास पुत्र कंचन, सूरत पुत्र शिवकुमार, कोइल पुत्र कपिल, पिंटू पुत्र राम अचल, दिलीप पुत्र नंदलाल और मंजीत पुत्र लालबहादुर आदि गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

इस घटना में चौंकाने वाली बात यह रही कि हमलावरों के चले जाने के बाद पुलिस फोर्स जब गांव में पहुंची तो गांव के लोगों ने पुलिस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस रक्षक से भक्षक बन कर महिलाओं से हाथापाई और गाली गलौज की तथा घरों के चावल और गेहूं आदि को बिखेर दिया और घर का ताला तोड़ दिया और अलमारी का शीशा तोड़ दिया। यही नही बिजली का बोर्ड पंखा आदि भी तोड़ दिया।

गांव में ऐहतियातन फोर्स तैनात लेकिन तनाव बरकरार

पुलिसिया बदसलूकी से गुस्साये ग्रामीणों ने एक गाड़ी का शीशा फोड़ दिया। गांव के बाहर पुलिस अभी पहरे पर बैठे हुए है। अभी तक पुलिस द्वारा किसी की गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं मिल पायी है। आम चर्चा है कि आर्केस्ट्रा विवाद के बाद यही पुलिस ने मनबढ़ों पर कोई सटीक कार्यवाही की होती तो कल निहत्थे ग्रामीणों पर हमले का साहस ये मनबढ़ नहीं जुटा पाते।










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