Hathras Case: हाथरस केस में आखिरकार सामने आयी ‘नक्सली भाभी’, दिया ये बयान

डीएन ब्यूरो

यूपी के हाथरस केस में पीड़ित परिवार के घर पर रहने कथित ‘नक्सली भाभी’ अब आखिरकार सामने आ गयी है। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में पढें इस महिला का ताजा बयान

हाथरस में मृत लड़की के गांव पहुंचे थे कई छोटे-बड़े लोग ( फाइल फोटो)
हाथरस में मृत लड़की के गांव पहुंचे थे कई छोटे-बड़े लोग ( फाइल फोटो)


लखनऊ: यूपी के हाथरस केस में पीड़ित परिवार के घर पर रहने और मामले को लेतक तरह-तरह के बयान देने वाली कथित ‘नक्सली भाभी’ अब आखिरकार सामने आ गयी है। बूलगढ़ी गांव में मृत दलित युवती के पीड़ित परिजनों के साथ कुछ दिनों तक रहने वाली इस कथित भाभी को लेकर कल से चर्चाएं तेज हो गयी थी। महिला पर लगातार कई तरह के आरोप भी लग रहे थे।

जानिये महिला के बारे में

नक्सली होने का आरोपों के बीच हाथरक केस में मृत युवती की यह कथित ‘भाभी’ प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल है, जो मध्य प्रदेश के जबलपुर की ररहने वाली है। नक्सली होने के आरोपों के बाद उन्होंने मीडिया के सामने एक बयान जारी किया है। बताया जाता है कि एसआईटी भी इस महिला को तलाश रही थी और इसके लिये एसआईटी जबलपुर पुलिस के संपर्क में थी। 

यह भी पढ़ें | Hathras Case: हाथरस कांड में नया मोड़, PFI के बाद सामने आया नक्सल कनेक्शन, SIT को संदिग्ध महिला की तलाश

इसलिये रुकी पीड़ित परिवार के घर

नक्सली आरोपों के बाद सामने आयीं डा. राजकुमारी ने मीडिया को दिये बयान में अपनी सफाई देते हुए कहा कि पीड़ित परिवार से मेरा कोई रिश्ता नहीं है। महिला का कहना है कि वह केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस के बूलगढ़ी गांव में पीड़िता के घर गई थी। पीड़िता के परिवार ने उनसे वहां एक-दो दिन रुकने के कहा। जिसके बाद वह वहां रुकी। मिला ने कहा कि पीड़ित परिवार उनसे कहा कि तुम इतनी दूर से आयी हो, इसलिये एक-दो दिन रुक लो।

फॉरेंसिक रिपोर्ट

यह भी पढ़ें | Hathras Gang rape: हाथरस कांड की जांच में बड़ा मोड़, योगी सरकार के पत्र के बाद केस में CBI की एंट्री

हाथरस में पीड़ित परिवार के घर जाने के सवाल पर राजकुमारी ने कहा कि वह वहां पीड़िता की फॉरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी। क्योंकि वह उस विषय की एक्सपर्ट हूं। उन्होंने यह भी कहा कि “मैने भाभी भी बनकर मीडिया को कभी कोई भी इंटरव्यू नहीं दिया, मैं एक बेटी हूं”। उन्होंने पीड़ित परिवार समेत स्थानीय लोगों को भड़काने के आरोपों को भी गलत करार दिया।

नक्सली होने के आरोपों पर दिया यह जबाव 

एसआईटी जांच और नक्सल कनेक्शन पर महिला ने सवाल खड़ा करते हुए का यदि किसी के पास उनके नक्सल होने का सबूत हो तो वह पेश करे। राजकुमारी का कहना है कि आरोप लगाना बहुत आसान काम होता है। आरोपों के लिये पहले सबूत पेश करें। उनका कहना है कि वह हर तरह की जांच के लिये भी तैयार हैं।










संबंधित समाचार