सीएम योगी की उच्च स्तरीय बैठक, आम बनेगा खास, राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये बने ये प्लान

डीएन ब्यूरो

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में राज्य की मंद अर्थव्यस्था को गति देने के लिये कई नई योजनाएं बनाई गयी। पढिये, पूरी खबर..

सीएम योगी ने आम निर्यातकों के संग भी की बैठक
सीएम योगी ने आम निर्यातकों के संग भी की बैठक


लखनऊ: कोरोना की वैश्विक महामारी के चलते बीमार पड़ी राज्य की आर्थिक गतिविधियों को तेज रफ्तार देने के लिये सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा कई तरह के उपाय किये जा रहे हैं। इसके अलावा कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों-कामगारों को भी रोजगार उपलब्ध कराने समेत कार्य योजनाओं की लगातार समीक्षा भी मुख्यमंत्री द्वारा की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में कई  योजनाओं की जानकारी समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।  

सीएम योगी ने शनिवार को आयोजित बैठक में औद्योगिक विकास और एमएसएमई विभाग के अधिकारियों को रोजगार की हर संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिये। इस मौके पर राज्य के उद्योगों और सेवा प्रदाता संगठनों को मैन पावर सप्लाई करने के लिए एक मोबाइल एप तैयार करने के निर्देश दिए। यह ऐप उद्योगों और सेवा प्रदाता संगठनों के बीच एक सेतु का काम करेगा, जहां से दोनों की जरूरतें पूरी होंगी। इस पर श्रमिकों और कामगारों का भी पंजीकरण किया जायेगा।

मुख्यमंत्री योगी उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि प्रदेश में आए कामगारों और श्रमिकों के श्रम से अब राज्य में नव-निर्माण होगा। मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि कामगार-श्रमिकों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की दिशा में काम किया जाए। इन्हें बीमा कवर अवश्य उपलब्ध हो।

सीएम योगी ने राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के संचालक मंडल की 158वीं बैठक की भी अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों को जैविक फसलें उगाने के लिए प्रेरित करने के साथ इनकी प्रभावी मार्केटिंग करने की भी व्यवस्था की जाए। 

सीएम योगी ने कहा कि इस समय बाजार में जैविक उत्पादों की बहुत मांग है और इनकी अच्छी कीमत मिल रही है। इसलिये जैविक कृषि के लिए क्षेत्रों का चुनाव कर कृषकों को इसके लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि मंडी परिषद को अपनी सम्पत्तियों का प्रभावी इस्तेमाल करते हुए अपने आय के स्रोत बढ़ाने चाहिए।

इसके अलावा सीओम ने राज्य के 'आम-निर्यात' के संबंध में अधिकारियों के साथ नीतिगत चर्चा भी की। उन्होंने आम उत्पादकों और निर्यातकों के सुझावों के दृष्टिगत कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि आम के विपणन एवं निर्यात के सम्बन्ध में तेजी से कार्यवाही की जाए। उन्होंने आम उत्पादकों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया।

उत्तर प्रदेश में आम उत्पादक प्रमुख जनपद सहारनपुर, मेरठ, बागपत, बुलन्दशहर, अमरोहा, बाराबंकी, हरदोई, सीतापुर, अयोध्या, लखनऊ, प्रतापगढ़, वाराणसी आदि हैं। दशहरी, लंगड़ा, चौसा, रामकेला, रटौल, लखनऊ सफेदा, गौरजीत, मल्लिका जैसी प्रजातियों की मांग है।  इस बैठक में कई प्रमुख आम उत्पादकों व निर्यातकों ने भी भाग लिया।
 










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