UP Budget Session: यूपी में दागी नेताओं के मुकदमों को लेकर विधानसभा में जोरदार हंगामा, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश में चल रहे बजट सत्र के आठवें दिन मंगलवार को विधानसभा में नेताओं के बीच जमकर हंगामा हो गया। हंगामे की वजह दागी नेताओं के मुकदमों का मुद्दा बना। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

मंगलवार को यूपी बजट सत्र का 8वां दिन (फाइल फोटो)
मंगलवार को यूपी बजट सत्र का 8वां दिन (फाइल फोटो)


लखनऊ: यूपी सरकार द्वारा नेताओं के विरुद्ध वर्ष 2017 से अब तक दर्ज 670 मुकदमे वापस लेने की संस्तुति किये जाने के मामला तूल पकड़ता जा रहा है। यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के आठवें दिन मंगलवार को विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने दलवार मुकदमे वापसी के आंकड़े को सार्वजनिक करने की मांग की, जिसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ।

प्रश्नकाल के दौरान कानून मंत्री बृजेश पाठक ने सदन को बताया कि राज्य सरकार ने नेताओं के विरुद्ध दर्ज वर्ष 2017 से अब तक 670 मुकदमे वापस लेने की संस्तुति की है> इसके बाद सपा सदस्य नेताओं और उनके दलों के नाम बताने और मुकदमे वापसी के आंकड़े सार्वजनिक करने की मांग पर अड़ गए। सपा सदस्यों के लगातार टोकने पर कानून मंत्री ने वर्ष 2013 में नेताओं के विरुद्ध दर्ज मुकदमे गिनाने लगे। इस पर सपा सदस्यों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। 

कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास यह हमारे पार्टी का नारा है और यह भाजपा सरकार ने सिद्ध किया है। कुछ ही देर में विपक्ष के विधायक वेल में नारेबाजी के साथ हंगामा करने लगे।

सदन में बढ़ते हंगामें के बीच उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना स्पष्ट किया कि सभी पार्टियों के नेताओं के मुकदमें जनहित में वापस लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये सदन की परंपरा है कि सवाल के जबाव में अनुपूरक सवाल पूछा जा सकता है। सुरेश खन्ना ने हंगामें की स्थिति को रोकने की कोशिश की। 










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