अखिलेश यादव ने विधानसभा में सीएम योगी की हर बात का दिया सिलसिलेवार जवाब, जानिये क्या-क्या कहा

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर बात का सिलसिलेवार जवाब दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

यूपी विधानसभा में अखिलेश यादव
यूपी विधानसभा में अखिलेश यादव


लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान दो दिन पहले मुख्यमंत्री योगी योगी आदित्यनाथ ने सपा समेत अखिलेश यादव पर कई निशाने साधे थे। योगी के हमलों का यह मामला यूपी के मौजूदा और पूर्व सीएम के बीच तीखी बहस और तू-तड़ाक की नौबत तक पहुंच गया था। मंगलवार को विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सीएम योगी द्वारा कही और उछाली गई हर बात का सिलसिलेवार जवाब दिया। 

डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़िये विधानसभा में अखिलेश यादव के भाषण के मुख्य अंश।

1.    अगर आप किसी के पिता के बारे में बोलेंगे तो हो सकता है आपको भी करारा जवाब सुनना पड़े और वो जवाब आपको पसंद न आये। आपने भी कई परपंराएं नहीं मानी होंगी। मैं किसी के पिता के बारे में बोलूं, ऐसी शिक्षा नेताजी ने मुझे नहीं दी।

2.    समाजवादी पार्टी रामचरित मानस के खिलाफ नही है, भगवान किसी एक के नहीं सबके हैं। मैंने रामचरितमानस के बारे में नहीं पूछा था बल्कि यह पूछा था कि शुद्र क्या है, जब कोई घर से गया तो क्या गंगाजल से घर धोया जाता है।


3.    SDM की भर्ती प्रकरण को लेकर हो सकता है नेता सदन की जुबान फिसली गई हो और उन्होंने कहा कि '46 में 56' एक जाति के SDM की भर्ती सपा सरकार में हुई। मैं चाहता हूं वो लिस्ट सरकार सदन में प्रस्तुत करे।
4.    नेता सदन के तौर पर आपको काले झंडों से नहीं डरना चाहिये। सरकार द्वारा प्रायोजित लोगों को भेजकर मुझे पूजा-पाठ करने से रोकने की कोशिश की गयी।
5.    जातीय जनगणना के बिना 'सबका साथ, सबका विकास' संभव ही नहीं है। यही रामराज्य है। वंचितों, पिछड़ों को हक और समानता देने के लिये जातीय जनगणना जरूरी है।
6.    शिक्षा मित्रों की समस्याओं का भाजपा सरकार ने कोई समाधान नहीं किया।


7.    भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में लिखा.. कालेज जाने वाली हर छात्रा को स्कूटी मिलेगी.. झांसी, गोरखपुर, प्रयागराज में मेट्रो बनेगी लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
8.    यूपी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं का इतना बुरा हाल क्यों बना दिया है? PPP मॉडल पर मेडिकल कालेज जिलों में बनाये जा रहे हैं, उद्देश्य है स्वास्थ्य सेवाओं को सरकार के हाथों से निकाल प्राइवेट हाथों में दे दिया जाये। कितना बुरा हाल होगा जब स्वास्थ्य सेवा निजी हाथों में चली जायेगी।
9.    नेता सदन मुख्यमंत्री आवास के पेड़ों का नाम नहीं जानते होंगे क्योंकि उनकी पेड़-पौधों में रुचि नहीं है।
10.    क्या यूपी सरकार ने एक भी फोर-लेन सड़क यूपी सरकार के हेड (बजट) से पिछले 6 साल में बनायी है? 
11.    पुलिस हेडक्वार्टर, हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच की बिल्डिंग, लोकभवन की ऐतिहासिक बिल्डिंग, डायल-100 का भवन सपा सरकार के दौरान बनी।


12.    दिल्ली वाले नेता सदन की बात कम सुनते हैं, यही कारण है कि एक्सप्रेस-वे के लिए दिल्ली ने बजट नहीं दिया।
13.    ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में भाजपा के एक मित्र उद्योगपति नहीं आये, बुरे वक्त में BJP ने अपने मित्र को छोड़ दिया, कम से कम इस समिट में तो आते।
14.    पता नहीं सरकार को खुशबू से इतनी नफरत क्यों है? कानपुर के जिस उद्योगपति पर छापा मारा गया उससे सपा का कोई लेना-देना नहीं था, सिर्फ यह कोशिश की जाती है कि कैसे सपा को बदनाम किया जाये?


15.    भाजपा सरकार संकल्प पत्र को पॉलिसी में क्यों नहीं ला रही, कई विभागों को बजट नहीं मिला, कई योजनाएं केवल बातों और भाषणों में हैं। संकल्प पत्र में वह भी शामिल किया जाना चाहिए।










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