शिक्षकों के कोचिंग केन्द्रों के खिलाफ एबीवीपी ने उठाई आवाज

डीएन संवाददाता

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शिक्षा के बाजारीकरण के खिलाफ क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की।

ज्ञापन सौंपते एबीवीपी के कार्यकर्ता
ज्ञापन सौंपते एबीवीपी के कार्यकर्ता


लखनऊ: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने आशियाना स्थित क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर शिक्षा के व्यवसायीकरण, कोचिंग सेंटरों की मनमानी शुल्क वसूली और अवैध रूप से चलाए जा रहे कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई की मांग की।

अधिकारी से बात करते एबीवीपी के कार्यकर्ता

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पंजीकरण के समय कोचिंग संचालक छात्रों की कम संख्या दिखाते हैं। मगर कोचिंग सेंटर में  उससे कई गुना अधिक छात्रों को कोचिंग पढ़ाते हैं।

कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते कार्यकर्ता

कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि कोचिंग संचालक विज्ञापन देकर छात्रों को बहला-फुसलाकर कोचिंग सेंटर में एडमिशन लेने के लिए प्रेरित करते हैं। साथ ही कहा कि संचालक एक स्थान का पंजीकरण करा कर कई जगहों पर कोचिंग सेंटर चलाते हैं। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मांग उठाई कि सरकारी कालेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों द्वारा चलाये जाने वाले कोचिंग सेंटरों पर रोक लगाई जाए।

दिया कार्यवाही का आश्वासन

इस मामले में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा निदेशक ने कहा की एक सप्ताह के अंदर गलत तरीके से कोचिंग चलाने वाले और सरकारी शिक्षण संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों एवं छात्रों से लूट खसोट करने वाले व शिक्षा के बाजारीकरण को बढ़ावा देने वाले शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।










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