15 दिसंबर से खरमास लग रहा है, जिसके कारण सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी। इस दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। जानिए कौन सी हैं वो बातें
सूर्य हर माह में राशि परिवर्तन करते हैं
सूर्य हर माह में राशि परिवर्तन करते हैं। इसी क्रम में मध्य दिसंबर में वे धनु राशि में प्रवेश करते हैं। इस माह को खरमास कहते हैं।
आरंभ 15 दिसंबर से
पंचांग के अनुसार खरमास का आरंभ 15 दिसंबर से होगा। खरमास का समापन 15 जनवरी 2021 को होगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार खरमास में किसी भी तरह के मांगलिक और शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।
मांगलिक और शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं
यह खरमास 15 जनवरी 2021 को समाप्त होगा। खरमास का महत्व पौराणिक शास्त्रों में बताया गया है। खरमास में किसी भी तरह के मांगलिक और शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।
सुबह जल्दी उठकर पवित्र जल से स्नान
खरमास के महीने में सुबह जल्दी उठकर पवित्र जल से स्नान करना चाहिए। इसके बाद सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए।
भगवान विष्णु और भगवान श्री कृष्ण की उपासना
खरमास के माह में भगवान विष्णु और भगवान श्री कृष्ण की उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसलिए इनका स्मरण जरूर करें।
धार्मिक यात्रा
खरमास में धार्मिक यात्रा करने का विशेष महत्व है। इसलिए इस माह में धार्मिक यात्रा पर जरूर जाएं।
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