Jharkhand Election 2024: झारखंड की इन 3 सीटों पर मुकाबला रहेगा दिलचस्प, जानें समीकरण
झारखंड विधानसभा चुनाव की कई सीटे ऐसी है, जिन पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। जानिए डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी ख़बर
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव की 81 सीटों पर 13 नवंबर को पहले चरण की वोटिंग होनी है। ऐसे में अब प्रदेश के इलेक्शन में 15 दिन का समय बचा है। वहीं इस इलेक्शन में कुछ हॉट सीटों पर मुकाबला बेहद दिलचस्प और कड़ा होने की संभावना है। ये सीटें न केवल अपने जातीय समीकरण और राजनीतिक प्रभाव के कारण चर्चा में रहती हैं, बल्कि इनमें सत्ता और विपक्ष के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
1. सरायकेला सीट
सरायकेला विधानसभा सीट प्रदेश की हॉट सीटों में से एक है। जिसकी वजह यह है कि यहां से दो बागी नेता आमने सामने खड़े हो गए हैं। जहां एक तरफ जेएमएम से बीजेपी में शामिल होने वाले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन हैं तो दूसरी तरफ भाजपा से जेएमएम में शामिल होने वाले गणेश महाली हैं।
ऐसे में दोनों उम्मीदवारों के बीच दिलचस्प मुकाबला होने वाला है। इन दोनों उम्मीदवारों के बीच साल 2014 व 2019 में विधानसभा चुनाव में आमना-सामना हो चुका है। हालांकि, इन दोनों ही चुनाव में तब जेएमएम उम्मीदवार चंपई सोरेन ने जीत दर्ज की थी। हालांकि, इस बार दोनों ही नेताओं के पार्टी बदलने से बड़ा फेरबदल भी हो सकता है।
साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में चंपई सोरेन को 94,746 मत मिले थे तो गणेश महाली को 93631 मत मिले थे। ऐसे में चंपई सोरेन ने महज 1,115 हजार मतों से जीत दर्ज की थी। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम प्रत्याशी चंपई सोरेन को 1,11,556 मत मिले थे। जबकि भाजपा प्रत्याशी गणेश महाली को 95,887 मिले थे।
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इस बार चंपई सोरेन ने 15 हजार से ज्यादा के अंतर से जीत हासिल की थी। 2005 से 2019 तक झामुमो से चंपई सोरेन का ही इस सीट पर कब्जा रहा। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी बदलने वाले दोनों नेताओं के बाद अब सरायकेला की जनता किसे गद्दी पर बैठाती है।
2. कोडरमा सीट
कोडरमा सीट पर भी मुकाबला बेहद दिलचस्प रहने की संभावना है। यह क्षेत्र खनन गतिविधियों और रोजगार के मुद्दों के कारण चर्चा में रहता है। यहाँ बीजेपी का प्रभाव है, लेकिन पिछली बार गठबंधन के कारण कांग्रेस ने इस सीट पर अच्छी पकड़ बनाई थी। इस सीट पर पिछले 10 सालों से बीजेपी का कब्जा रहा है। बीजपी नेता डॉ नीरा यादव लगातार 2 बार से इस सीट पर चुनाव जीत रही है।
ऐसे में पार्टी ने इस बार भी नीरा यादव पर विश्वास जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं सुभाष यादव आरजेडी ने सुभाष यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2019 विधानसभा चुनाव में नीरा यादव ने आरजेडी प्रत्याशी दीपिका पाण्डेय सिंह को 1797 वोटों के मार्जिन से हराया था। ऐसे में पिछली बार कम अंतर से जीती इस सीट पर बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है। इस सीट पर चुनाव इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन सी पार्टी स्थानीय मुद्दों को बेहतर ढंग से भुनाने में सफल होती है।
3. हजारीबाग सीट
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हजारीबाग भी राज्य की प्रमुख सीटों में से एक है, जहां बीजेपी का अच्छा जनाधार है। यहां शहरी और ग्रामीण मतदाताओं के मुद्दे जैसे बुनियादी ढांचे का विकास, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस सीट पर बीजेपी ने प्रदीप प्रसाद को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने मुन्ना सिंह को टिकट मैदान में उतारा है।
2014 के बाद से ही यह सीट बीजेपी के पाले में रही है। 2014 और 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए मनीष जायसवाल ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मनीष जायसवाल को उम्मीदवार बनाया था, और उन्होंने पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए जीत हासिल की थी। हालांकि प्रदीप प्रसाद के चुनावी मैदान में होने से अब यह सीट भी चर्चाओं में बनी हुई है।
निष्कर्ष
इन हॉट सीटों का विश्लेषण यह दर्शाता है कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का समीकरण कई कारकों पर निर्भर करेगा। जातीय समीकरण, क्षेत्रीय मुद्दे और सत्ता विरोधी लहर का असर इन सीटों पर देखने को मिल सकता है। हॉट सीटों पर जीत हासिल करने वाली पार्टी के पास झारखंड की सत्ता में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करने का मौका रहेगा।
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