Tips for Weight Loss: घटाना चाहते हैं वजन तो अपनाएं ये खास टिप्स, जानिये एक्सपर्ट डॉ. निवेदिता पाण्डेय की ये जरूरी सलाह

डीएन ब्यूरो

गलत खानपान, तनाव और भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण बड़ी संख्या में लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं, जिस कारण शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में डॉक्टर निवेदिता पाण्डेय से जानिये वजन कम करने के कुछ खास टिप्स

डॉ. निवेदिता पाण्डेय से जानिये मोटापा कम करने के टिप्स
डॉ. निवेदिता पाण्डेय से जानिये मोटापा कम करने के टिप्स


नई दिल्ली: आजकल अधितकर लोग मोटापे की परेशानी से जूझ रहे है। आश्चर्य की बात यह है कि हमारे बच्चे, किशोर और युवा भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं। मोटापे के कारण शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है और लोग कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं। भारत के लोगों में भी मोटापे की समस्या भी तेजी से बढ़ रही है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में देश की जानी-मानी गेस्ट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर निवेदिता पाण्डेय से जानिये वजन कम करने से संबंधित जरूरी टिप्स।

1.    मोटापे से छुटकारा पाने के लिये अक्सर लोग डाइटिंग को अपनाने की बात करते हैं लेकिन यह ठीक नहीं है। मोटापा कम करने के लिये डाइटिंग करने की जरूरत नहीं है।

2.    हालांकि आप में से कई लोगों ने मोटापे को कम करने के लिये डाइटिंग का सहारा लिया होगा। डाइटिंग करने वाले इन लोगों का वजन भी जरूर कम हुआ होगा। लेकिन जैसे ही इन लोगों ने नॉर्मल भोजन करना शुरू किया होगा, वैसे ही फिर से वजन बढ़ना शुरू हो गया होगा। इसलिये वजन या मोटापा कम करने के लिये डाइटिंग कारगर उपाय नहीं है।

3.    यह बड़ा सवाल हो सकता है कि आखिर मोटापा कम करने के लिये डाइटिंग कारगर उपाय क्यों नहीं है। यब बेहद जटिल समस्या है और इसको समझने के लिये हमें विज्ञान का सहारा लेना होगा।

4.    मोटापा, वजन बढ़ना, फैट, डायबिटीज, हॉर्ट डिजीज, लीवर डिजीज आदि पर काफी रिसर्च हो चुकी है। ये सभी बीमारियां बेहद कॉम्पलेक्स है। इसके लिये आपका वातावरण और आपके जीन बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। 

डॉक्टर निवेदिता पाण्डेय के इस वीडियो में जानिये उनकी पूरी सलाह

5.    इसके लिए हमें शरीर में पाये जाने वाले थ्रिप्टी जीन (Thrifty Gene) के बारे में जानना होगा। यह एक तरह का प्रोटेक्टिव जीन है। थ्रिप्टी जीन शरीर का एक तरह का बड़ा मैकेनिज्म सिस्टम है। जब पहले समय में लोगों को एक बार बहुत खाना मिलता था, वो खूब खा लेते थे। कभी कई दिनों तक उन्हें खाना नहीं मिलता था। अधिक खाना मिलने कि स्थिति में यह जीन अधिक खाने को फैट में बदल देता। खाना न मिलने की स्थिति में शरीर का यह फेट उसी उर्जा में बदल जाता है, जो खाने से मिलता है। यह सब थ्रिप्टी जीन करता है। 

6.    जब आप डाइटिंग में होते हैं तो थ्रिप्टी जीन को डर लगने लगता है कि शायद अगली बार खाना मिले या नहीं और जब आप नार्मल डाइट पर आते हैं तो थ्रिप्टी जीन सारे खाने को फैट में बदलने लगता है। जिसका नतीजा शरीर में मोटापे के रूप में सामने आता है। 

7.    मोटापा कम करने के लिये डाइटिंग काम नहीं करती। डाइटिंग का शॉर्ट टर्म फायदा हो सकता है लेकिन लॉंग टर्म में यह मोटापे को खत्म नहीं कर सकता। इसलिये बिना डाइटिंग के भी मोटापा कम किया जा सकता है।










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