HMPV Virus: मुंबई में मिला एचएमपीवी वायरस का पहला केस, बढ़ी टेंशन, जानें राज्यों की स्थिति
चीन के बाद अब भारत में भी एचएमपीवी वायरस के मामले तेजी से देखने को मिल रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानें इस वायरस की भारत के राज्यों में क्या है स्थिति
नई दिल्ली: चीन में तेजी से बढ़ते ह्यूमन मेटापेन्यूमो वायरस (HMPV) के मामलों ने भारत में भी चिंता बढ़ा दी है। यह वायरस मुख्य रूप से फेफड़ों और श्वसन तंत्र में संक्रमण का कारण बनता है। हाल ही में मुंबई में एक 6 महीने की बच्ची में इस वायरस के लक्षण पाए गए हैं, जिससे देशभर में HMPV के कुल मामलों की संख्या 8 हो गई है।
मुंबई में सामने आया नया मामला
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मुंबई के पवई स्थित हीरानंदानी अस्पताल में 6 महीने की बच्ची को गंभीर स्थिति में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची का ऑक्सीजन स्तर 84% तक गिर गया था। उसे सीने में जकड़न और खांसी की समस्या हो रही थी। रैपिड पीसीआर टेस्ट से HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई। बच्ची का इलाज ब्रोंकोडायलेटर्स और आईसीयू में किया गया, जिसके बाद पांच दिन में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
देशभर में बढ़े मामले
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भारत में अब तक HMPV वायरस के 8 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें नागपुर और बेंगलुरु से दो-दो मामले, जबकि तमिलनाडु, अहमदाबाद और महाराष्ट्र से एक-एक मामला सामने आया है। हालांकि, चीन में इस वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारतीय स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है।
HMPV के लक्षण और संक्रमण का प्रभाव
HMPV वायरस कोविड-19 से अलग है। यह वायरस सामान्य फ्लू और सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है, लेकिन फेफड़ों और सांस की नली पर अधिक प्रभाव डालता है। मरीजों को खांसी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई और ऑक्सीजन स्तर में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस के लक्षणों का सही समय पर इलाज बेहद जरूरी है।
सरकार का रुख और सलाह
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है। जल्द ही राज्य सरकार HMPV को लेकर गाइडलाइंस जारी करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने जानकारी दी कि यह कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहली बार पहचान 2001 में हुई थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कोविड-19 जैसे हालात बनने की संभावना नहीं है और सरकार स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए है।
HMPV के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सतर्कता बरतने और शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देने की सलाह दी है। वहीं, सरकार जल्द ही वायरस से निपटने के लिए व्यापक कदम उठाने की तैयारी कर रही है।
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