गाजियाबाद: जयपुरिया स्कूल की मनमानी पर प्रशासन की नकेल, ऑडिट के बाद तय होगी फीस

डीएन संवाददाता

जयपुरिया पैरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी के साथ बैठक की और फीस बढ़ोत्तरी को लेकर स्कूल का कच्चा चिट्ठा खोल डाला। जिलाधिकारी ने अभिभावकों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए स्कूल का ऑडिट करने का आदेश दिया ताकि सही फीस की गणना की जा सके। पूरी खबर..

फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ प्रदर्शन करते अभिभावक
फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ प्रदर्शन करते अभिभावक


गाजियाबाद: मनमाने तरीके से फीस वसूलने को लेकर जयपुरिया स्कूल के खिलाफ अभिभावकों का संघर्ष आखिरकार रंग लाता हुआ नजर आ रहा है। जयपुरिया पेरेंट्स एसोसिएशन ने स्कूल की मनमानी का कच्चा चिट्ठा जिलाधिकारी के सामने खोला और फीस बढोत्तरी पर शीघ्र रोक लगाने की मांग की। अभिभावकों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने जयपुरिया स्कूल के पांच साल के अकाउंट का ऑडिट करने का निर्देश दे दिया है ताकि सही फीस की गणना की जा सके और इसी आधार पर फीस तय की जा सके।

एडीएम को स्कूल का ऑडिट करने का आदेश

जयपुरिया पेरेंट्स एसोसिएशन के साथ बैठक में जिलाधिकारी ने अभिभावकों को सकारात्मक आश्वासन दिये। डीएम ने अभिभावकों द्वारा दिये गये प्रजंटेशन को सुना और इसका संज्ञान लेते हुए एडीएम सुनील कुमार को स्कूल का आडिट करने का आदेश दिया। इसके लिये स्कूल के पिछले पांच साल के अकाउंट को मंगाने का आदेश जारी कर दिया गया ताकि सही फीस का आंकलन किया जा सके। 

मनमाने तरीके से फीस वसूली 

अभिभावकों ने डीएम के साथ बैठक में जयपुरिया स्कूल में शिक्षा अध्यादेश-2018 का पालन न करने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। अभिभावकों ने निर्णय लिया कि वे पहली और दूसरी तिमाही की फीस तभी जमा करेगें जब स्कूल पारित अध्यादेश के हिसाब से फीस मांगेगे। जयपुरिया पेरेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि यूपी सरकार ने 9 अप्रैल को इस बिल को पारित कर दिया था लेकिन अभी तक स्कूल इस बिल का लाभ अभिभावकों को नहीं दे रहा हैं तथा मनमाने तरीके से फीस वसूल रहे हैं।

ज्यादा फीस लेने पर अड़ा स्कूल 

जयपुरिया पेरेंट्स एसोसिएशन ने अध्यादेश के हिसाब से स्कूल की फीस केलकुलेट करके डीएम, सीएम, कमिश्नर मेरठ आदि को 11 जून को भेज दिया गया था, लेकिन स्कूल अपनी फीस लेने पर अड़े है, जो कि एसोसिएशन की कैलकुलेशन से लगभग 22-25 हजार ज्यादा है। जबकि स्कूल 2016-17 और 2017-18 की ज्यादा दी गयी फीस को भी एडजस्ट करने को तैयार नहीं है, जो कि लगभग 15-20 हजार प्रति विद्यार्थी है।

स्कूल ने पेश किया गलत आंकड़ा

अभिभावकों का कहना है कि जयपुरिया स्कूल ने अपनी फीस कैलकुलेशन में कई गलतियां की हुई हैं, जिसमें सीपीआई इंडेक्स समेत अध्यापकों के वार्षिक वेतन में वृद्धि का गलत आंकड़ा देना भी शामिल है।

जिलाधिकारी के साथ इस मिटिंग में लगभग 50 से ज्यादा अभिभावकों ने हिस्सा लिया। जिसमें मनीष राघव, मौ. अरशद, मनोज, नितिन, अरूण, जोयदीप, कुमार, नीतू, पंकज, राहुल अग्रवाल, श्याम, पीयूष आदि लोग शामिल रहे।
 










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