जोधपुर में एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या; संदिग्ध रिश्तेदार गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

राजस्थान के जोधपुर जिले में बुधवार को एक ही परिवार के चार सदस्यों की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई और शवों को जलाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने बताया कि मृतकों में छह महीने की बच्ची भी शामिल है। पुलिस इस मामले में मृतकों के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार (फाइल)
गिरफ्तार (फाइल)


जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर जिले में बुधवार को एक ही परिवार के चार सदस्यों की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई और शवों को जलाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने बताया कि मृतकों में छह महीने की बच्ची भी शामिल है। पुलिस इस मामले में मृतकों के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार, आरोपी ने जमीन विवाद व रंजिश के चलते यह अपराध किया है।

संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने जयपुर में विधानसभा में यह जानकारी दी। सरकार की ओर से घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस सिलसिले में पप्पूराम (19) को गिरफ्तार किया गया है। वह मृतक पूनाराम के सगे भाई भैराराम का बेटा है।' मंत्री ने कहा कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक (जोधपुर ग्रामीण) धर्मेंद्र सिंह यादव ने एक बयान में कहा कि ‘‘गिरफ्तार पप्पूराम से पूछताछ में सामने आया है कि उसके प‍िता भैराराम व पूनाराम (भैराराम का भाई) के परिवार के बीच जमीनी विवाद था। साथ ही भैराराम के बेटे तेजाराम की कुछ समय पहले सूरत (गुजरात) में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत को लेकर भी दोनों परिवार में रंजिश थी।’’

उन्होंने कहा कि आरोपी पप्पूराम मंगलवार रात धारदार हथियार लेकर पूनाराम (55) की रहवासी ढाणी (खेत में बने घर) पर पहुंचा। उसने पूनाराम और उसकी पत्नी भंवरी देवी (50) की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी और फिर घर के भीतर सो रही पुत्रवधु धापू (24) व उसकी पुत्री मनीषा (06 माह) की हत्या की। उन्होंने बताया कि अंत में पप्पूराम ने उनके झोपड़े में आग लगायी और वहां से फरार हो गया।

सुबह झोपड़े में आग लगी देख कुछ लोगों ने पूनाराम के बेटे को सूचना दी और पुलिस मौके पर पहुंची। जयपुर में राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी-अपराध) दिनेश एमएन को जोधपुर के ओसियां में मौके पर जाकर मामले की निगरानी करने के निर्देश दिए।

वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के विधायक पुखराज गर्ग ने बुधवार को विधानसभा में यह मामला उठाया। इस पर विधानसभा अध्‍यक्ष डॉ जोशी ने सरकार से शाम पांच बजे वक्‍तव्‍य देने को कहा। संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल के बयान के बाद, भाजपा के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कुछ सवाल पूछने चाहे तो सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा कि सुबह अध्यक्ष ने इस तरह की चर्चा की अनुमति नहीं दी थी। राठौड़ ने कहा, ‘‘वह और उनकी पार्टी सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से बहिर्गमन करती है।’’

भाजपा ने इस घटना को लेकर राज्‍य सरकार पर निशाना साधा। भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष सीपी जोशी ने जयपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह घटना वीभत्स, शर्मनाक है और प्रदेश की कानून व्यवस्था को कलंकित करने वाली है।’’

केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राष्‍ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने भी इस मुद्दे को लेकर ट्वीट किए और राज्य में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया।

ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने जोधपुर के पुलिस महानिरीक्षक जय नारायण को हटाने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि वह सिर्फ अपने कमरे में बैठे रहते हैं और थानेदारों का तबादला करते हैं, उनके पास आगंतुकों से मिलने तक का वक्त नहीं होता।

विधायक ने कहा क‍ि वह (दिव्या) खुद सुरक्ष‍ित नहीं हैं क्‍योंक‍ि कुछ समय पहले ओसियां में सहकारी समिति के चुनाव के दौरान उन पर हमला हुआ था।

 










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