Cyber Fraud: होटल बुक करने से पहले हो जाएं सावधान, कहीं उड़ न जाएं आपके पैसे, मार्केट में आया नया स्कैम

डीएन ब्यूरो

साइबर ठगों ने होटल बुकिंग के नाम पर ठगी करने का नया तरीका अपना लिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

होटल बुक करने से पहले सावधान
होटल बुक करने से पहले सावधान


नैनीताल: गर्मियों के मौसम में जहां उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक नैनीताल में सैलानियों की भीड़ बढ़ने लगी है, वहीं दूसरी ओर साइबर ठगों ने होटल बुकिंग के नाम पर ठगी का जाल बिछा दिया है। इस खतरे को देखते हुए नैनीताल पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी कर पर्यटकों से सतर्कता बरतने की अपील की है।

फर्जी वेबसाइटों से हो रही है ठगी

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधियों ने नैनीताल के होटलों के नाम पर कई फर्जी वेबसाइटें तैयार कर ली हैं, जो देखने में असली वेबसाइट जैसी ही लगती हैं। पर्यटक भ्रमित होकर इन वेबसाइटों पर बुकिंग कर लेते हैं और दिए गए बैंक अकाउंट या मोबाइल वॉलेट (फोनपे, गूगल पे आदि) पर एडवांस पेमेंट भी कर देते हैं। लेकिन जब वे होटल पहुंचते हैं, तब उन्हें ठगी का पता चलता है।

2024 में दर्ज हो चुके हैं 10 से अधिक मामले

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, वर्ष 2024 में ऐसे 10 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। अब चूंकि एक बार फिर पर्यटन सीजन शुरू हो गया है, ऐसे में यह खतरा और बढ़ गया है। पुलिस ने पर्यटकों से अपील की है कि वे ऑनलाइन बुकिंग करते समय पूरी सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।

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पुलिस की एडवाइजरी: इन बातों का रखें खास ध्यान

गूगल पर होटल सर्च करते समय सावधानी बरतें। नकली वेबसाइटों की पहचान करना मुश्किल हो सकता है।

हमेशा होटल की आधिकारिक वेबसाइट या भरोसेमंद ट्रैवल पोर्टल से ही बुकिंग करें।

अगर कोई आपसे एडवांस पेमेंट की मांग करता है, तो सतर्क हो जाएं। बिना पुष्टि के पैसे न भेजें।

इंटरनेट पर मिले अनजान नंबरों पर कॉल न करें। होटल की आधिकारिक वेबसाइट या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म से ही संपर्क करें।

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क्या करें अगर ठगी हो जाए?

यदि आप साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो इसकी शिकायत cybercrime.gov.in पर दर्ज करें या नजदीकी थाने में जाकर एफआईआर कराएं।

नैनीताल पुलिस का कहना है कि पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और साइबर ठगों के खिलाफ लगातार निगरानी रखी जा रही है। साथ ही तकनीकी टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि फर्जी वेबसाइटों की पहचान कर समय रहते कार्रवाई की जा सके। 

यात्रा से पहले सतर्कता ज़रूरी है, ताकि आपकी छुट्टियां तनावमुक्त और सुरक्षित रहें।










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