असम में दफनाए गए एक व्यक्ति की पहचान को लेकर विवाद

डीएन ब्यूरो

असम पुलिस ने रविवार को कहा कि उसे उदलगुड़ी जिले में एक मुठभेड़ में मारे गए ‘डकैत’ का शव खोदकर बाहर निकालने के लिए एक अनुरोध मिला है।

फाइल फोटो
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गुवाहाटी: असम पुलिस ने रविवार को कहा कि उसे उदलगुड़ी जिले में एक मुठभेड़ में मारे गए ‘डकैत’ का शव खोदकर बाहर निकालने के लिए एक अनुरोध मिला है।

यह अनुरोध इस डकैत के ‘साथी’ के परिवार से मिला है, जो दो दिन पहले इसी मुठभेड़ के बाद लापता हो गया था।

यह अनुरोध स्थानीय मजिस्ट्रेट को भेज दिया गया और अगर अनुमति दी जाती है, तो शव को खोदकर बाहर निकाला जाएगा।

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पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘इसके बाद अदालत का आदेश ओमिलने पर मृतक की पहचान के संबंध में दावे की पुष्टि करने के लिए डीएनए जांच की जा सकती है।’’

इसमें कहा गया है कि पूर्व एनडीएफबी आतंकवादी केनाराम बासुमात्री उस मुठभेड़ में मारा गया था, जबकि दो पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हुए थे। बासुमात्री की मां ने उसके शव की शिनाख्त की थी, जिसके बाद शव परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया और उन्होंने शुक्रवार शाम को उसे दफना दिया।

पुलिस ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि बासुमात्री असम के साथ ही मेघालय में सशस्त्र लूट के कई मामलों में वांछित था। बासुमात्री का एक साथी घटनास्थल से फरार हो गया था।

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अब पड़ोसी बक्सा जिले के दिम्बेश्वर मुचाहरी का परिवार शनिवार शाम को उदलगुड़ी के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचा और दावा किया कि जो शव दफनाया गया है, वह मुचाहरी का है।

बहरहाल, पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि मुठभेड़ के दौरान जो व्यक्ति फरार हुआ, वह मुचाहरी था या नहीं।










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