Site icon Hindi Dynamite News

CIBIL Score ने तोड़ी शादी, जानें महाराष्ट्र का ये अनोखा मामला

महाराष्ट्र से एक हैरान करने वाली घटना सामने आ रही है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
CIBIL Score ने तोड़ी शादी, जानें महाराष्ट्र का ये अनोखा मामला

मुंबई: महाराष्ट्र के अकोला जिले के मुर्तिजापुर में एक शादी केवल सिबिल स्कोर के कारण टूट गई। यह घटना हाल ही में चर्चा में आई, जब लड़की के परिवार ने लड़के के खराब क्रेडिट स्कोर की वजह से रिश्ते को समाप्त करने का निर्णय लिया। शादी की बातचीत अंतिम चरण में थी और दोनों परिवारों ने शादी के लिए अपनी सहमति दे दी थी। हालांकि, लड़के के सिबिल स्कोर की जांच करने पर पता चला कि उसकी वित्तीय स्थिति ठीक नहीं थी, जिसके बाद लड़की के परिजनों ने शादी को रद्द करने का फैसला किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार दोनों परिवारों में शादी के लिए सभी तैयारियाँ की जा चुकी थीं, लेकिन लड़की के परिजनों ने शादी से पहले लड़के का सिबिल स्कोर चेक करने का निर्णय लिया। जानकारी के अनुसार, लड़के का क्रेडिट स्कोर खराब था, और उसने कई बैंकों से लोन ले रखा था। यह स्थिति लड़की के परिजनों को चिंतित करने वाली थी, क्योंकि उनका मानना था कि यदि लड़का शादी से पहले ही कर्ज में डूबा है, तो वह अपनी पत्नी को वित्तीय सुरक्षा कैसे दे सकता है?

बता दें कि सिबिल स्कोर का उपयोग व्यक्ति की वित्तीय स्थिति को समझने के लिए किया जाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, और इसका इस्तेमाल बैंक और वित्तीय संस्थान यह तय करने के लिए करते हैं कि किसी व्यक्ति को लोन देना चाहिए या नहीं। यदि किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर 685 से नीचे है, तो अधिकांश बैंक उसे लोन देने से इनकार कर देते हैं। अगर बैंक लोन देते भी हैं, तो उस पर अधिक ब्याज लगाया जाता है।

सिबिल स्कोर यह दर्शाता है कि व्यक्ति ने कितनी बार लोन लिया है, और क्या वह समय पर उसकी किस्तों का भुगतान करता है या नहीं। यदि किसी का स्कोर 750 से अधिक है, तो उसे लोन मिलने में आसानी होती है, और उसका वित्तीय अनुशासन अच्छा माना जाता है। हालांकि, अब शादियों के मामलों में सिर्फ पारिवारिक पृष्ठभूमि और गुण-दोष ही नहीं, बल्कि वित्तीय स्थिति भी महत्वपूर्ण हो गई है। अब लोग अपनी शादी तय करने से पहले सिबिल स्कोर की जांच कर रहे हैं, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की आर्थिक समस्याओं से बचा जा सके।

Exit mobile version