इन तीन प्रमुख बैंकों का एक अप्रैल को हो जाएगा विलय, आइये जानते हैं क्‍या पड़ेगा असर..

डीएन ब्यूरो

एक अप्रैल को देश के इन तीन प्रमुख सरकारी बैंकों का विलय हो जायेगा। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़ें इन बैंकों के विलय से आप पर क्या असर पड़ेगा।

फाइल फोटो
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नई दिल्‍ली: एक अप्रैल को बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय हो जाएगा। इसके साथ ही यह देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक हो जाएगा। इसके साथ ही देना और विजया बैंक के चेकबुक, अकाउंट नंबर या कस्‍टमर आईडी, आईएफएससी कोड आदि में बदलाव हो सकते हैं।

देश के तीन प्रमुख सरकारी बैंकों के विलय से खाताधारकों के पैसे पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। हालांकि विजया बैंक और देना बैंक के खाताधारकों का काम बढ़ जाएगा। विलय के फैसले से आम ग्राहकों को कई काम करने पड़ सकते हैं। खाताधारकों को नए चेकबुक, पासबुक और एटीएम कार्ड बनवाने पड़ सकते हैं। साथ ही आईएफएससी कोड में भी बदलाव हो सकता है। हालांकि बैंक जो भी फैसले लेगा उसके बारे में ग्राहकों को पहले सूचित किया जाएगा और बदलावों के लिए खाताधारकों को समय दिया जाएगा। जिससे व्‍यवस्थित तरीके से बदलावों को अमल में लाया जा सके और किसी भी बैंक ग्राहक को परेशानी न हो।

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गौरतलब है केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 में  बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विजया बैंक और देना बैंक के विलय की घोषणा की थी। विलय का उद्देश्य भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा को तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाना है। इससे पहले सरकार ने देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई में उसके 5 सहयोगी बैंक और महिला बैंक का विलय किया था। ज्ञात हो कि मोदी सरकार ने बैंकों के बढ़ते एनपीए को देखते हुए साल 2016 में सरकारी बैंकों के एकीकरण का ऐलान किया था। 

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इस विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के पास कुल 9401 बैंक शाखाएं और कुल 13432 एटीएम हो जाएंगे। स्‍टेट बैंक के पास 59291 एटीएम और 18 हजार से ज्यादा शाखाएं हैं। वहीं आईसीआईसीआई बैंक के पास 4,867 शाखाएं और 14,367 एटीएम हैं।










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