America Plane Crash: अमेरिकी प्लेन क्रैश में क्यों किसी का बच पाना है मुश्किल, ये नदी बन रही है वजह

डीएन ब्यूरो

अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में हुए विमान क्रैश में किसी का भी बच पाना है काफी मुश्किल लग रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट से समझें कि क्यों पोटोमैक नदी है जानलेवा!



वाशिंगटन डीसी: अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी के रीगन एयरपोर्ट पर एक बड़ा विमान हादसा हुआ है। विमान अमेरिकी शहर कंसास सिटी से वाशिंगटन आ रहा था। अमेरिकी एयरलाइन्स विमान 5342 रीगन एयरपोर्ट के पास अमेरिकी सेना के हेलीकॉप्टर ब्लैकहॉक H-60 से टकरा गया। इस हादसे के बाद विमान आग का गोला बन गया और हेलिकॉप्टर के साथ पोटोमैक नदी में जा गिरा। पोटोमैक नदी में गिरने की वजह से इस हादसे में किसी का बच पाना नामुमकिन लगता है। चलिए आपको इस हादसे के बारे में हम सब कुछ बताते हैं। 

कैसे हुआ हादसा?

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस विमान में 60 यात्री और 4 क्रू मेंमब सवार थे जबकि सेना के हेलिकॉप्टर 3 लोग थे। घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और अभी तक 12 शव बरामद किए जा चुके हैं। रेस्क्यू अभियान शुरू होने की वजह से एयरपोर्ट पर सभी उड़ाने और लैंडिंग रोक दी गई हैं। बताया जा रहा है कि ये हादसा उस समय हुआ जब प्लेन एयरपोर्ट पर लैंड होने जा रहा था। तभी पीछे से आ रहे अमेरिकी सेना के ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर की उससे टक्कर हो गई। 

डोनाल्ड ट्रंप ने जताया दुख

इस हादसे पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि वे इस पूरी घटना और रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रख रहे हैं। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उनकी आत्मा को शांति मिले और जैसे ही उन्हें इस मामले में कोई और जानकारी मिलेगी वे तुरंत शेयर करेंगे। 

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साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए पूछा कि कंट्रोल टॉवर ने हेलीकॉप्टर से यह पूछने कि बजाय कि क्या उन्होंने विमान को देखा है, यह क्यों नहीं बताया कि उसे क्या करना है। उन्होंने कहा कि विमान एयरपोर्ट के लिए एकदम सही और नियमित लाइन पर था। हेलीकॉप्टर लंबे समय तक सीधे एयरपोर्ट की ओर जा रहा था। रात एकदम साफ थी और विमान की लाइटें जल रही थीं, फिर भी हेलीकॉप्टर ऊपर या नीचे क्यों नहीं गया या मुड़ा क्यों नहीं? यह बहुत भयावह स्थिति है और ऐसा लगता है कि इसे रोका जाना चाहिए था।

ट्रंप के इन सवालों के जवाब अभी नहीं मिल पाए हैं। इसी बीच चलिए हम आपको बताते हैं कि इस हादसे में क्यों किसी का बच पाना मुश्किल है। 

पोटोमैक नदी में गिरे विमान और हेलिकॉप्टर

हादसे के बाद विमान और हेलिकॉप्टर पोटोमैक नदी में गिरे हैं। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य-अटलांटिक क्षेत्र की एक प्रमुख नदी है। ये पश्चिम वर्जीनिया में पोटोमैक हाइलैंड्स से मैरीलैंड में चेसापीक खाड़ी तक बहती है। पोटोमैक नदी 405 मील लंबी है। यह यूएस की 21वीं सबसे बड़ी नदी है। इसके वाटरशेड में 50 लाख से अधिक लोग रहते हैं। इस नदी में बच पाना न के बराबर है क्योंकि नदी का तापमान इतना कम है कि कोई तैर कर भी पानी से बाहर नहीं आ सकता। 

इस नदी के पानी का तापमान लगभग 35 से 36 डिग्री फारेनहाइट यानी कि -1.11111 सेल्सियस के आसपास है. इसके अलावा हाल ही में इस इलाके में बर्फबारी हुई है, जिस वजह से नदी में बर्फ के टुकड़े भी तैर रहे हैं। इतने ठंडे पानी में यात्रियों का बच पाना मुश्किल लग रहा है। नदी में जमी बर्फ और भयंकर ठंडे पानी की वजह से बचाव अभियान भी मुश्किल हो रहा है। 

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इतने ठंडे पानी में शरीर का तापमान जल्दी कम सकता है, जिससे यात्रियों के ज़िंदा बचने की संभावना बेहद कम हो जाती है।

हाइपोथर्मिया हो सकता है 

US National Weather Service के अनुसार, इस तरह के ठंडे पानी में शरीर से गर्मी जल्दी निकल जाती है, जिसके कारण पहले एक मिनट में ही ठंडे पानी का झटका लग सकता है। 10 मिनट में मांसपेशियों पर नियंत्रण खो सकता है और 20 से 30 मिनट में हाइपोथर्मिया हो सकता है यानि कम टेम्प्रेचर की वजह से शरीर का गर्म होना बंद हो सकता है। ऐसे में पानी में जाने के कुछ देर बाद ही शरीर जमना शुरू हो जाता है।

ऐसे में हम सिर्फ उम्मीद कर सकते हैं रेस्क्यू ऑपरेशन सफल हो और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जानें बच पाएं। 










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