अखिलेश यादव: सहारनपुर की घटना लोकतंत्र की डरावनी तस्वीर है

डीएन संवाददाता

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि सहारनपुर में जो हुआ वह लोकतंत्र की खतरनाक तस्वीर है।

अखिलेश यादव, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिलेश यादव, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष


लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुअ कहा कि सहारनपुर की घटना जो सामने आई है वह लोकतंत्र की एक खतरनाक तस्वीर है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए पिछले 10 साल से जुलूस की परमिशन नहीं दी गई थी लेकिन इस बार बीजेपी के सांसद जानबूझकर सहारनपुर में जुलूस निकालने पर तुले रहे। प्रशासन की चेतावनी और मना करने के बावजूद जुलूस निकाला गया। बवाल के दौरान कई पत्रकारों के कैमरे तोड़े गए ताकि उनकी काली करतूतें सामने न आ सकें। कमेटी के जो लोग मौके पर गए थे और सहारनपुर के सपा विधायक ने जो रिपोर्ट दी वो बेहद गंभीर है। इसलिए उसमें हम न्यायिक जांच की मांग करते हैं।

अखिलेश ने जानकारी देते हुए बताया कि समाजवादी पार्टी ने मामले में अपनी जांच कमेटी में मूलचंद चौहान, विधायक संजय गर्ग को मुख्य रूप से शामिल किया है। इसमें पाया गया कि केसरिया गमछा डाले 500 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ और मारपीट की।

अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस और प्रशासन का मनोबल गिराया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल बीजेपी कर रही है वो लोकतंत्र के लिए बहुत खतरा है। अखिलेश ने बताया कि हम पर आरोप लगता था कि सपा के गुंडे थाने चला रहे हैं लेकिन अब क्या हो रहा है? कई जगहों पर रेप हुआ तो मेरी सरकार में प्रेस वालों ने मेरी फोटो लगाकर सपा की छवि को खराब किया। लेकिन अब जो घटनाएं हो रही हैं उनमें बीजेपी के सीएम की तस्वीर लगाओ तो जानें। 

अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा गुंडाराज और जंगलराज था लेकिन आज तो लोगों का भरोसा ही खत्म हो गया है। लोग 100 नंबर पर कॉल करने से भी डर रहे हैं। यूपी के लोग खौफ में हैं। बीजेपी के लोग डरकर, गुस्सा दिलाकर और सांप्रदाययिकता फैलाकर वोट लेने में विश्वास करते हैं।
 










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