पूजा स्थल को लेकर विवाद के बाद पुलिस दल पर हमला करने के मामले में 60 लोग गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में पूजा स्थल को लेकर जनजातीय समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस दल पर हमला करने के मामले में पुलिस ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष समेत 60 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
रायपुर: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में पूजा स्थल को लेकर जनजातीय समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस दल पर हमला करने के मामले में पुलिस ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष समेत 60 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि जिले के भोरमदेव थाना क्षेत्र के अंतर्गत हरमो गांव में गौरी चौरा स्थल पर पूजा को लेकर हुए विवाद और पुलिस दल पर हमला करने के मामले में पुलिस ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष जे लिंगो समेत 60 लोगों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में 200 लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें से 140 लोगों को पूछताछ के बाद वापस भेज दिया गया था। 60 लोगों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें विधिक कार्यवाही के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
सिंह ने बताया कि शुक्रवार को हरमो गांव में पार्टी के लगभग 500 सौ कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया था और पुलिस दल पर हमला कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले दागे थे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ''इस घटना में मेरी हथेली में चोट लगी और एक पुलिसकर्मी की पैर की हड्डी टूट गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर भी चोटि हुए हैं। कुल 21 पुलिसकर्मियों को चोट पहुंची है। लाठीचार्ज के दौरान भागने के कारण 17 प्रदर्शनकारियों को भी चोट पहुंची है।''
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उन्होंने बताया कि गांव में अभी भी पुलिस बल तैनात है और स्थिति नियंत्रण में है। सिंह ने बताया कि भोरमदेव थाना क्षेत्र के जनजातीय समाज के लोग गौरी चौरा स्थल पर बूढ़ा देव की पूजा करते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष पूजा स्थल पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष जे लिंगो ने अपना एकाधिकार स्थापित करने के उद्देश्य से अपने आराध्य बड़ादेव का झंडा लगा दिया था।
उन्होंने बताया कि गांव में बूढ़ा देव की पूजा करने वालों की संख्या अधिक है, इसलिए ग्रामीणों ने लिंगो का विरोध किया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष 14 फरवरी को स्थानीय ग्रामीणों ने एक सामाजिक कार्यक्रम में कोरबा से आए अपने समाज प्रमुख दुर्गे भगत के नेतृत्व में पूजा स्थल पर पूजा-अर्चना कर अपना झंडा लगाया था।
उन्होंने बताया कि इससे नाराज गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने दुर्गे भगत पर कार्रवाई की मांग को लेकर 15 और 20 फरवरी को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था और 23 फरवरी को भगत का पुतला जलाया था। यूनियन ने तीन मार्च शुक्रवार को महा आंदोलन की चेतावनी दी थी।
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सिंह ने बताया कि शुक्रवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष लिंगो के नेतृत्व में लगभग 500 कार्यकर्ताओं ने जिले के राजानवागांव में सभा का आयोजन किया और हरमो गांव की ओर निकले।
उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तब वे बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ गए। सिंह ने कहा कि हरमो गांव पहुंचकर जब वह विवादित स्थल के लिए रवाना हुए तब पुलिस ने उन्हें फिर रोकने कोशिश की।
उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस दल पर पथराव कर दिया जिससे वह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर समेत लगभग 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि इसके बाद पुलिस दल ने लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़कर भीड़ को तितर-बितर किया। सिंह ने बताया कि घटना के बाद दुर्ग क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. आनंद छाबड़ा भी अतिरिक्त बल के साथ घटनास्थल पहुंचे थे।