Lucknow: उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट लेते हुए लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। नवंबर के मध्य में ही जिस तरह से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है, उसने सर्दी के शुरुआती दौर को ही तीखा बना दिया है। दिन में धूप होने के बावजूद रात और सुबह के समय कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है। कई जिलों में न्यूनतम तापमान अपने सामान्य स्तर से काफी नीचे पहुंच गया है, जिससे शीतलहर जैसी स्थिति बनने लगी है।
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी दिशा से आ रही शुष्क ठंडी हवाएं प्रदेश के मैदानी इलाकों में तापमान को तेजी से गिरा रही हैं। इसके चलते सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है। 17 नवंबर को प्रदेश में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है, जबकि 18 से 22 नवंबर तक भी किसी तरह की वर्षा या शीतलहर का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि यह गिरावट सामान्य है, लेकिन लोगों को सावधानी अवश्य बरतनी चाहिए।
कानपुर सबसे ठंडा शहर
इस समय प्रदेश में कानपुर सबसे ठंडा स्थान बना हुआ है। यहां न्यूनतम तापमान 7.8°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.6°C कम है। बाराबंकी में तापमान 8.5°C, इटावा में 8.4°C और मेरठ में 8.8°C रिकॉर्ड किया गया है। वहीं फुरसतगंज और अयोध्या में न्यूनतम तापमान 9.5°C तक पहुंच गया है। राजधानी लखनऊ में भी पारा लगातार नीचे लुढ़क रहा है, जहां न्यूनतम तापमान 11.2°C दर्ज हुआ है।
तापमान में गिरावट ने आमजन को नवंबर की असामान्य ठंड का अहसास कराया है। यह स्थिति इसलिए भी खास है क्योंकि सामान्यतः उत्तर प्रदेश में ऐसी कंपकंपी वाली ठंड दिसंबर के अंतिम सप्ताह या जनवरी में देखने को मिलती है। लेकिन इस वर्ष पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी ने मैदानी क्षेत्रों के तापमान को भी तेजी से प्रभावित किया है।
बच्चों और बुजुर्ग सतर्क रहने की अपील
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ठंड बढ़ने को देखते हुए विशेष तौर पर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। रात और सुबह बिना गर्म कपड़ों के बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को ठंड से बचाव करने के निर्देश दिए हैं, ताकि मौसमी बीमारियों से बचा जा सके।
IMD का कहना है कि इस बार सर्दी का दौर पिछले वर्षों की तुलना में पहले शुरू हो गया है। अगर बर्फबारी का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा, तो दिसंबर आते-आते शीतलहर और घने कोहरे के हालात बन सकते हैं।
राज्य में फिलहाल किसी तरह के अलर्ट की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन तापमान में तेजी से आ रही गिरावट ने आम लोगों के साथ-साथ प्रशासन को भी सर्दियों की तैयारियों पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया है। आने वाले एक हफ्ते तक मौसम साफ रहने के बावजूद ठिठुरन जारी रहने के आसार हैं।

