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लखनऊ-कानपुर रेल मार्ग पर सिग्नल फेल, कई घंटे बाद भी यातायात बाधित

प्रदेश के मुख्य रेल मार्ग पर ऐसी दिक्कत का गई, जिसकी वजह से सौकड़ों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Asmita Patel
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लखनऊ-कानपुर रेल मार्ग पर सिग्नल फेल, कई घंटे बाद भी यातायात बाधित

कानपुर: लखनऊ-कानपुर रेल मार्ग पर गुरुवार शाम से रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित है। शाम करीब 7 बजे गंगापुल के पास अप लाइन पर सिग्नल फेल हो गया, जिससे कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, कई घंटे बीत जाने के बाद भी तकनीकी गड़बड़ी को ठीक नहीं किया जा सका है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

गोमती, शताब्दी और वंदे भारत जैसी ट्रेनें भी प्रभावित

सिग्नल फेल होने के कारण गोमती एक्सप्रेस, शताब्दी, वंदे भारत, लोकल पैसेंजर और मेमू ट्रेनों को मेमो जारी कर धीमी गति से चलाया जा रहा है। इससे ट्रेनों की टाइमिंग पर बड़ा असर पड़ा है। यात्रियों को अपने गंतव्यों तक पहुंचने में घंटों की देरी हो रही है।

गंगाघाट स्टेशन पर विशेष सतर्कता

गंगाघाट स्टेशन पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। वहीं, मगरवारा स्टेशन से गंगाघाट की ओर जाने वाली ट्रेनों को अस्थायी रूप से रोका गया है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि एहतियातन यह कदम उठाया गया है ताकि कोई हादसा न हो।

सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग की टीमें मौके पर तैनात

रेलवे का सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग, इंजीनियर और तकनीकी कर्मचारी मौके पर तैनात हैं। टीम सिग्नल फॉल्ट की सटीक लोकेशन का पता लगाने में जुटी है। अधिकारियों के अनुसार, गंगापुल के आसपास ट्रैक के सिग्नल नेटवर्क में खराबी आई है। जिसकी वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई है।

स्टेशन पर अनाउंसमेंट जारी

सिग्नल फेल होने के चलते स्टेशन परिसरों और ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। कई यात्री घंटों से अपने गंतव्य के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच रेलवे अधिकारी लगातार माइक्रोफोन से अनाउंसमेंट कर स्थिति से यात्रियों को अवगत करा रहे हैं।

जल्द बहाल होगी व्यवस्था

रेलवे विभाग की ओर से यात्रियों को आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही सिग्नल फॉल्ट को ठीक कर सामान्य संचालन बहाल कर दिया जाएगा। साथ ही इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए तकनीकी ऑडिट और निरीक्षण बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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