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Murder in Moradabad: पति सोता रहा… पत्नी रच चुकी थी साजिश! जंगल में मिली लाश ने खोला पूरा राज

उत्तराखंड के कोटद्वार के जंगल में मिले शव की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
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Murder in Moradabad: पति सोता रहा… पत्नी रच चुकी थी साजिश! जंगल में मिली लाश ने खोला पूरा राज

मुरादाबाद: उत्तराखंड के कोटद्वार के जंगल में मिले शव की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। मृतक की पहचान मुरादाबाद निवासी 56 वर्षीय रविंद्र कुमार के रूप में हुई, जिसकी हत्या उसकी 36 वर्षीय पत्नी रीना सिंधु ने अपने प्रेमी परितोष कुमार के साथ मिलकर की थी। बिजनौर में हत्या के बाद शव को एसयूवी में डालकर कोटद्वार के जंगल में फेंक दिया गया था। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मकान बना हत्या की वजह

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक,   जांच में पता चला है कि आरोपी रीना ने कबूल किया है कि उसका पति रविंद्र मुरादाबाद की पॉश कॉलोनी रामगंगा विहार में बना तीन मंजिला मकान बेचना चाहता था। इस मकान की कीमत करीब 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है, जिससे हर महीने अच्छा किराया भी मिलता था। रीना इस फैसले के खिलाफ थी।

इसी दौरान उसकी मुलाकात फिजियोथेरेपी के बहाने मरीज बनकर आए परितोष कुमार से हुई। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और प्यार हो गया। इसके बाद रीना ने परितोष के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। सबसे बड़ी बात यह है कि रीना ने अपने पति परितोष को अपना भाई बताया था। बताया जाता है कि रीना ने पहले अपने पति रविंद्र को बिजनौर में शराब पिलाई और फिर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने कोटद्वार के जंगलों में रविंद्र को एसयूवी से फेंक दिया।

रिश्तों में दरार, लालच बना कारण

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, रविंद्र मूल रूप से उत्तराखंड के डोईवाला में रहते थे। उन्होंने 2011 में रीना से शादी की थी। उनके दो बच्चे भी हैं। जानकारी के मुताबिक, रविंद्र ने दिल्ली में अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर यह आलीशान मकान खरीदा था। लेकिन समय के साथ उन पर कर्ज बढ़ता गया, चेक बाउंस के कई मामले भी सामने आए। यही वजह है कि वह मकान बेचना चाहते थे, जिसके चलते पति-पत्नी में विवाद चल रहा था।

किराएदारों की चुप्पी, मां का इनकार

फिलहाल इस मकान में आरोपी पत्नी रीना की मां रह रही हैं, जो मीडिया से बात नहीं कर रही हैं। एक हिस्से को सैलून के तौर पर किराए पर दिया गया है, जबकि कुछ हिस्से में दूसरे किराएदार हैं, जो पूरे मामले पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

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