Lucknow News: नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में दो हजार रुपये के नोट बदलने का अवैध कारोबार जोरों पर चल रहा है। आयकर विभाग की जांच में यह सामने आया है कि यहां 2000 रुपये के नोट को बदलने के बदले केवल 1200 रुपये से 1600 रुपये तक दिए जा रहे हैं। इस जांच के बाद आयकर विभाग ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने इस अवैध कारोबार का पर्दाफाश करने के लिए नेपाल से सटी सीमा के कई इलाकों में छापे मारे। रक्सौल, रुपैडीहा और बढ़नी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में छापेमारी के दौरान विभाग ने कई अहम सुबूत एकत्र किए हैं, जिनकी अब गहनता से जांच की जा रही है। आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कारोबार सीमा के दोनों ओर धड़ल्ले से चल रहा है। इसमें बेरोजगार युवकों का इस्तेमाल हो रहा है, जो कमीशन के बदले नोट बदलने में मध्यस्थता करते हैं।
नोट बदलने के कारोबार में बेरोजगार युवकों का इस्तेमाल
जांच में यह बात सामने आई है कि कांवड़ यात्रा और अन्य धार्मिक मेलों के दौरान इन बदले हुए नोटों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हो रहा है। युवकों को कमीशन दिया जाता है, जिनकी पहचान छिपी रहती है। आयकर विभाग ने अब यह जांचना शुरू कर दिया है कि ये नोट कहां भेजे जा रहे हैं और इसके बाद इनके जरिए क्या गतिविधियां चल रही हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ये नोट भारत से नेपाल भेजे जाते हैं और वहां आसानी से बदले जाते हैं, जिससे सीमा के दोनों तरफ यह कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है।
पोस्ट ऑफिस का संदिग्ध लिंक
भारत सरकार द्वारा तय किए गए नियमों के तहत अब दो हजार रुपये के नोट केवल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कार्यालय और पोस्ट ऑफिस में ही जमा किए जा सकते हैं। यह सीमा केवल 30,000 रुपये तक ही निर्धारित की गई है। इसके बावजूद सीमा क्षेत्रों में स्थित पोस्ट ऑफिस में इस नियम का उल्लंघन होते हुए देखा जा रहा है। आयकर विभाग अब नेपाल सीमा के पोस्ट ऑफिसों की जांच कर रहा है, जहां यह पाया गया कि इन पोस्ट ऑफिसों के माध्यम से बड़ी संख्या में दो हजार रुपये के नोट बदलवाए गए हैं। विभाग इस बात की भी जांच कर रहा है कि इन नोटों को किसने बदला और इनका इस्तेमाल कहां हुआ।
नेपाल में भी हो रहा है नोटों का अवैध बदलाव
आयकर विभाग ने अपनी जांच को और गहरा करते हुए कुछ निजी व्यक्तियों को दो हजार रुपये के नोट लेकर नेपाल भेजा। यह ऑपरेशन पूरी तरह से गोपनीय तरीके से किया गया था और इसमें पुलिस की मदद नहीं ली गई थी। नेपाल में इन नोटों को बिना किसी परेशानी के बदल दिया गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि नेपाल सीमा पर इस अवैध कारोबार के लिए एक व्यवस्थित तंत्र काम कर रहा है।
अवैध फंडिंग और यूपीआई ट्रांजेक्शन्स की जांच
आयकर विभाग की जांच में एक और अहम सुराग सामने आया है। जांच के दौरान यह भी पता चला कि नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में यूपीआई ट्रांजेक्शन्स हो रहे हैं, जो अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। विशेष रूप से ये फंड्स अवैध मस्जिदों, मदरसों और मजारों के निर्माण के साथ-साथ अवैध धर्मांतरण गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ये फंडिंग तामिलनाडु की एक धार्मिक संस्था द्वारा की जा रही है, जो इन अवैध कार्यों को बढ़ावा दे रही है।
आयकर विभाग की अब तक की कार्रवाई
आयकर विभाग ने अब तक इस मामले में कई छापेमारी की कार्रवाई की है और संदिग्धों से पूछताछ भी की है। विभाग का कहना है कि वे इस मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं और जल्द ही कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। विभाग ने आशंका जताई है कि इस मामले में कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं, जिनका नेपाल और भारत के बीच इन अवैध गतिविधियों से गहरा संबंध है।

