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Gorakhpur: जिलाधिकारी दीपक मीणा ने 3 कुपोषित बच्चों को लिया गोद

जनपद में कुपोषण मुक्ति की दिशा में चलाए जा रहे नवाचारी अभियान “मिशन खिलखिलाहट” के तहत रविवार को जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बाल विकास परियोजना खजनी के अंतर्गत भैंसा बाजार गांव पहुंचकर तीन कुपोषित बच्चों को गोद लिया और स्वयं उनके घर जाकर पोषण पोटली भेंट की।
Post Published By: Jay Chauhan
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Gorakhpur: जिलाधिकारी दीपक मीणा ने 3 कुपोषित बच्चों को लिया गोद

Gorakhpur: जनपद में कुपोषण मुक्ति की दिशा में चलाए जा रहे नवाचारी अभियान “मिशन खिलखिलाहट” के तहत रविवार को जिलाधिकारी दीपक मीणा ने एक मानवीय पहल की मिसाल पेश की। उन्होंने बाल विकास परियोजना खजनी के अंतर्गत भैंसा बाजार गांव पहुंचकर तीन कुपोषित बच्चों को गोद लिया और स्वयं उनके घर जाकर पोषण पोटली भेंट की।

जिलाधिकारी ने परी (पिता चंदन), प्रिया (पिता चंदन) और बेबी (पिता श्यामसुंदर) को गोद लेते हुए बच्चों और उनके परिजनों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और खानपान की स्थिति की जानकारी ली तथा परिवारजनों को बेहतर पोषण के महत्व के बारे में विस्तार से समझाया। जिलाधिकारी ने कहा कि “हर बच्चे का मुस्कुराना ही मिशन खिलखिलाहट की असली सफलता है।”

कुपोषित बच्चों की करें विशेष निगरानी

डीएम ने मौके पर उपस्थित प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप त्रिपाठी और बाल विकास परियोजना अधिकारी रचना पांडेय को निर्देशित किया कि इन बच्चों की नियमित चिकित्सीय जांच सुनिश्चित की जाए और परिवार को आवश्यक पोषणीय सहायता निरंतर मिलती रहे। उन्होंने खंड विकास अधिकारी रमेश शुक्ला को भी आदेश दिया कि इन परिवारों की विशेष निगरानी की जाए ताकि जल्द से जल्द बच्चे कुपोषण की श्रेणी से बाहर आ सकें।

जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनव मिश्रा ने बताया कि “मिशन खिलखिलाहट” गोरखपुर प्रशासन की एक अनूठी पहल है, जिसके अंतर्गत अधिकारी, कर्मचारी व सामाजिक संगठन मिलकर कुपोषित बच्चों को गोद लेते हैं और उनके समग्र विकास की जिम्मेदारी निभाते हैं। इस मिशन के तहत बच्चों को फल, दूध, हरी सब्जियां, आयरन व विटामिन से भरपूर पोषण पोटली दी जाती है, साथ ही समय-समय पर उनके घर जाकर स्वच्छता व स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाई जाती है।

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उन्होंने बताया कि इस मिशन के परिणाम अब तक अत्यंत उत्साहजनक रहे हैं। दर्जनों बच्चे कुपोषण की श्रेणी से बाहर आ चुके हैं और स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हैं।

इस अवसर पर उपजिलाधिकारी राजेश सिंह, खंड विकास अधिकारी रमेश शुक्ला, बाल विकास परियोजना अधिकारी रचना पांडेय, यूनिसेफ के मंडल प्रभारी सुरेश कुमार, मुख्य सेविका हेमलता, आंगनवाड़ी कार्यकत्री सरोज, कुसुम, संध्या तथा आशा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहीं।

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जिलाधिकारी की इस पहल से क्षेत्र में संवेदनशील प्रशासन की मिसाल कायम हुई है। ग्रामीणों ने कहा — “डीएम साहब ने न सिर्फ आदेश दिए, बल्कि खुद बच्चों के बीच जाकर सच्चे अर्थों में मिशन खिलखिलाहट को जीवंत कर दिखाया।”

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