सरकार हमलावरों को पकड़ने में विफल रही तो सुरक्षित स्थान पर चले जाएंगे: आतंकी हमले के पीडित
जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले के डांगरी गांव में हुये आतंकी हमले के पीड़ितों ने सोमवार को धमकी दी कि अगर सरकार हमलावरों को पकड़ने और उन्हें न्याय दिलाने में नाकाम रही तो वे अपने गांव से किसी ‘सुरक्षित’ जगह पर चले जाएंगे और अनुग्रह राशि वापस कर देंगे।
जम्मू-कश्मीर: रजौरी जिले के डांगरी गांव में हुये आतंकी हमले के पीड़ितों ने सोमवार को धमकी दी कि अगर सरकार हमलावरों को पकड़ने और उन्हें न्याय दिलाने में नाकाम रही तो वे अपने गांव से किसी ‘सुरक्षित’ जगह पर चले जाएंगे और अनुग्रह राशि वापस कर देंगे।
गौरतलब है कि आतंकवादियों ने एक जनवरी को जम्मू-कश्मीर के रजौरी जिले के डांगरी गांव में हमला किया था और ग्रामीणों को निशाना बनाया था। इस हमले में सात लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 14 अन्य घायल हो गए थे।
हमले के बाद से हमलावर अब तक फरार हैं।
आतंकी हमले में अपने दो बेटों को खोने वाली सरोज बाला ने कहा कि अगर सरकार उन्हें न्याय नहीं दे सकती है, तो उसे 'मुझे भी गोली मार देनी चाहिए।'
उन्होंने कहा, 'हमें नौकरी की ज़रूरत नहीं है। हमें पैसे की जरूरत नहीं है। हमें आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाकर न्याय चाहिए। अगर उन्होंने हमारी मांग नहीं मानी तो हम सब यहां (डांगरी) से पलायन कर जाएंगे।'
उन्होंने कहा, हालांकि इस भीषण हमले को 90 दिन बीत चुके हैं, लेकिन इसमें शामिल आतंकवादियों का कुछ पता नहीं चला।
सरोज ने कहा, 'हमें मामले की प्रगति और हमले में शामिल आतंकवादियों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है।'
उन्होंने कहा कि वह पीड़ित परिवारों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता रविंदर रैना द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना करती हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि हमलावर पाकिस्तानी आतंकवादी थे और हमले के बाद वापस चले गए।