किसान-मजदूर को कमजोर करना सरकार का लक्ष्य : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि किसान और मजदूर राष्ट्र की रीढ़ है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली मोदी सरकार ने नोटबंदी से लेकर कृषि संबंधी तीन कानून बनाने तक इसे कमजोर कर देश की संपत्ति को हड़पने का प्रयास किया है।
नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि किसान और मजदूर राष्ट्र की रीढ़ है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली मोदी सरकार ने नोटबंदी से लेकर कृषि संबंधी तीन कानून बनाने तक इसे कमजोर कर देश की संपत्ति को हड़पने का प्रयास किया है।
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 29, 2020
गांधी ने मंगलवार को देश के विभिन्न हिस्सों के किसानों के साथ बातचीत का एक वीडियो जारी किया और कहा कि मोदी सरकार ने नोटबंदी, कमजोर जीएसटी और काेरोना के समय देश के किसान और मजदूरों पर हमला करके उनकों कमजोर करने का काम किया है। नोटबंदी के समय जब इस वर्ग को पैसा देना था तो उनकी बजाय पैसा सिर्फ तीन चार उद्योगपतियों को दिया गया। उनकी आमदनी बढ़ती गयी किसान की आमदनी घटती गयी।
उन्होंने किसानों से कहा “किसान और मजदूर देश की रीढ़ है और मोदी सरकार का लक्ष्य इसी रीढ़ की हड्डी को तोड़ना है। कृषि संबंधी हाल में पारित तीन कानूनों और नोटबंदी तथा जीएसटी में फर्क नहीं। सरकार ने आपके पैर में कुल्हाड़ी मारी है अब छुरा घोंप दिया है। कृषि संबंधी इस कानून का विरोध करना ही पड़ेगा। इनका विरोध सिर्फ किसानों के लिए नहीं बल्कि देश के भविष्य के लिए आवश्यक है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान की आवाज में बहुत दम है। किसान की आवाज युवा, सेना, पुलिस हर जगह है। इसी आवाज के बल पर ही हिंदुस्तान को आजादी मिली थी। किसान मजदूर को कमजोर करके इस सरकार का लक्ष्य हिंदुस्तान की रीढ़ तोड़ कर देश की सम्पत्ति को लेने का है।