Uttar Pradesh: बाराबंकी में भीषण सड़क हादसा, डबल डेकर बस और ट्रेलर की टक्कर में 18 की दर्दनाक मौत
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। यहां लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर सड़क किनारे खड़ी स्लीपर कोच बस को तेज रफ्तार ट्रेलर ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
बाराबंकीः उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हुआ है। इस हादसे में करीब 18 लोगों की मौत हो गई है 23 से ज्यादा घायल हैं। 10 की हालत नाजुक है बताई जा रही है जिन्हें ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया, "बस में ज़्यादातर लोग पंजाब और हरियाणा में काम करके वापस अपने घर लौट रहे थे। बस में खराबी के बाद लोग बस से उतरकर बस के नजदीक ही लेटे हुए थे। इसी बीच पीछे से आ रहे ट्रक ने बस को टक्कर मारी लगभग 18 लोगों की मृत्यु हो गई। अभी भी कई लोग बस के नीचे दबे हुए हैं।
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक्सल टूटने की वजह से बस पुल पर खड़ी थी। चालक परिचालक एक्सल ठीक कर रहे थे। इस बीच कुछ यात्री बस से निकल कर आसपास खड़े हो गये थे वहीं कुछ बस के आगे लेट कर विश्राम कर रहे थे कि ट्रक की चपेट में आ गये। घटना की सूचना मिलते ही लखनऊ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक समेत अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये और राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
Pained to know about the unfortunate demise of people in a tragic road accident in Barabanki.
— UP POLICE (@Uppolice) July 28, 2021
Police & administration have quickly carried on relief work & transported the injured to the hospital. We pray for the speedy recovery of the injured.
Mukul Goel, DGP UP
बस के नीचे दबे यात्रियों को बाहर निकाला जा रहा था। हताहतों में अधिकतर बिहार के सहरसा,सुपौल और सीतामढ़ी जिले के निवासी बताये जा रहे हैं। इनमे से अधिकतर पंजाब और हरियाणा में काम करते थे जो अपने घरों को वापस लौट रहे थे। बस एक निजी ट्रैवल्स कंपनी की बतायी गयी है।
मृतकों में सुरेश यादव, इंदल महतो, सिकंदर मुखिया, मोनू साहनी, जगदीश साहनी, जय बहादुर साहनी, बैजनाथ राम, बलराम की अभी तक शिनाख्त हो सकी है। हादसे के बाद नेशनल हाईवे पर कई किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया। तेज बारिश के कारण राहत एवं बचाव कार्य में परेशानी का सामना करना पड़ा।