कांग्रेस विधायकों का ओडिशा विधानसभा में हंगामा, जानें पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य घोषित किये जाने के खिलाफ पार्टी विधायकों ने ओडिशा विधानसभा में सोमवार को ‘काला दिवस’ मनाया और जोरदार हंगामा किया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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भुवनेश्वर: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य घोषित किये जाने के खिलाफ पार्टी विधायकों ने ओडिशा विधानसभा में सोमवार को ‘काला दिवस’ मनाया और जोरदार हंगामा किया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

काले कपड़े पहने कांग्रेस के सदस्य प्रश्नकाल के दौरान सदन में विधानसभा के अध्यक्ष के आसन के सामने पहुंच गए और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की और उसे (भाजपा को) ‘लोकतंत्र का हत्यारा’ करार दिया।

कांग्रेस विधायकों ने अध्यक्ष के आसन पर चढ़ने की कोशिश भी की।

सदन चलाने में असमर्थ विधानसभा अध्यक्ष बीके अरुखा ने कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

लोकसभा की सदस्यता के लिए गांधी को अयोग्य घोषित किये जाने का कांग्रेस सदस्यों ने 24 मार्च को भी विरोध किया था, जिस वजह से सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी थी।

सदन की कार्यवाही सोमवार को शुरू होने से पहले कांग्रेस सदस्यों ने विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा के कक्ष में बैठक की।

बैठक में ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरत पटनायक भी मौजूद थे।

शरत पटनायक ने कहा, “हम 'काला दिवस' मना रहे हैं और ओडिशा के राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। मैं विधानसभा में पार्टी के सदस्यों को राजभवन के पास विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने आया हूं।”

गांधी की अयोग्यता के मुद्दे पर बीजू जनता दल (बीजद) अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की ‘चुप्पी’ के बारे में पूछे जाने पर शरत पटनायक ने कहा, 'मुख्यमंत्री भाजपा से डरते हैं, क्योंकि उनकी पार्टी के नेता चिटफंड और खनन घोटालों में शामिल थे। उन्हें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से डर लगता है।'

सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति ने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा के शासन में ‘लोकतंत्र की हत्या’ कर दी गई है।

विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक जयनारायण मिश्रा ने कहा, 'राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई कानून के अनुसार की गई है।’’

उन्होंने कहा, 'वे कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या कैसे कह सकते हैं।'










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