Madhya Pradesh: पुलिस की गोलीबारी में आदिवासी की मौत, पांच थानों में निषेधाज्ञा लागू

डीएन ब्यूरो

इंदौर जिले के महू में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा कथित रूप से हवा में चलायी गई गोलियों में से एक के लगने से 25 वर्षीय आदिवासी युवक की मौत हो गई है। घटना के बाद महू के पांच थाना क्षेत्रों में बृहस्पतिवार सुबह से निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है।

पांच थानों में निषेधाज्ञा लागू
पांच थानों में निषेधाज्ञा लागू


महू: इंदौर जिले के महू में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा कथित रूप से हवा में चलायी गई गोलियों में से एक के लगने से 25 वर्षीय आदिवासी युवक की मौत हो गई है। घटना के बाद महू के पांच थाना क्षेत्रों में बृहस्पतिवार सुबह से निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है।

प्रशासन ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं।

गौरतलब है कि उक्त आदिवासी युवक बुधवार की रात अपने समुदाय की एक महिला की मृत्यु का विरोध कर रहे अन्य लोगों के साथ मिलकर महू स्थित बड़गोंदा थाने की डोंगरगांव पुलिस चौकी का घेराव कर रहे थे और पथराव भी कर रहे थे। इसी दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चलायी गई गोली लगने से आदिवासी युवक की मौत हो गई।

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में की गई गोलीबारी में इस व्यक्ति की मौत हुई है।

अधिकारियों ने बताया कि चौहान के निर्देश पर पुलिस गोलीबारी में मारे गए भेरूलाल के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दे दी गई है।

महू तहसील मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर गवली पलासिया गांव में हुई आदिवासी महिला की मौत और उसके बाद हुए विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत पांच थानों में निषेधाज्ञा लागू की गई है। इस विरोध प्रदर्शन में हुए पथराव से एक दर्जन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

पुलिस ने बताया कि खरगोन की रहने वाली कविता धार जिले के धामनोद में एक कॉलेज में पढ़ती थी और पिछले छह दिनों से वह गवली पलासिया गांव के यदुनंदन पाटीदार के साथ ‘लिव इन रिलेशन’ में उसके घर में रह रही थी।

उन्होंने बताया कि कविता की मौत के बाद उसके परिजनों ने एक आदिवासी सामाजिक और राजनीतिक संगठन - जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर बुधवार-बृहस्पतिवार की दरमियानी रात को डोंगरगांव पुलिस चौकी का घेराव किया। कविता का शव चौकी के सामने रखकर जयस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस, पाटीदार समुदाय और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

अधिकारियों ने बताया कि भीड़ अचानक हिंसक हो गई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन और पुलिस चौकी पर पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, पुलिस को आत्मरक्षा में बल प्रयोग करना पड़ा और उसने पहले आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन बाद में स्थिति और बिगड़ने पर उन्हें गोलियां चलानी पड़ी, जिनमें से एक युवक की लगी जिससे उसकी मौत हो गई।

महू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत कनकने ने बताया, ‘‘कविता की अप्राकृतिक मौत की सूचना मिलने के बाद मैं और अन्य वरिष्ठ अधिकारी सदर अस्पताल गए थे और लड़की के परिजनों को मामले की गहन जांच का आश्वासन दिया था।’’

उन्होंने कहा कि उस वक्त उन्होंने बात समझ ली लेकिन करीब आधे घंटे बाद डोंगरगांव में बड़ी संख्या में जयस के कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और कविता के परिजनों के साथ मिलकर यदुनंदन पाटीदार और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ अपहरण तथा बलात्कार का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे।

कनकने ने कहा, उन्हें समझाने का प्रयास किया गया लेकिन वे नहीं माने और पथराव करने लगे। उन्होंने कहा, अंतत: पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा उसने आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन जब भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर हमला करने लगी, तो आत्मरक्षा में करीब 10 राउंड गोलियां चलाई गईं, जिनमें से अधिकांश हवा में दागी गईं। उन्होंने कहा, लेकिन उनमें से एक गोली छोटी जाम गांव के रहने वाले भेरूलाल को लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई।

एएसपी कनकने ने कहा कि स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।

इंदौर जिलाधिकारी इलैयाराजा टी ने मीडिया को बताया, ‘‘तनाव के मद्देनजर बृहस्पतिवार सुबह से महू तहसील के पांच पुलिस थानों महू, किशनगंज, मानपुर, बड़गोंदा एवं सिमरोल में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।’’

वहीं, यदुनंदन की मां श्यामा देवी ने मीडिया से कहा, 'यदुनंदन और कविता पिछले डेढ़ साल से ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में रह रहे थे। कविता पिछले छह दिनों से हमारे घर पर थी। उसने नहाने के लिए पानी गर्म करने के लिए इलेक्ट्रिकल हीटर पर एक स्टील का बर्तन रखा था। बर्तन में से पानी निकालने के दौरान उसे करंट लग गया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उसे महू सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दोनों जल्दी ही शादी करने वाले थे।’’

श्यामा ने कविता को प्रताड़ित करने और मारने के आरोपों को झूठा और निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच बहुत सौहार्दपूर्ण संबंध थे।

वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक कांतिलाल भूरिया, विधायक पंचीलाल मेड़ा, बाला बच्चन और झूमा सोलंकी और कांग्रेस के इंदौर प्रभारी महेंद्र जोशी ने महू का दौरा किया और आज दोपहर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे अपनी रिपोर्ट मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेंगे।










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