Happy B’day SK Roongta: भारत की स्टील इंडस्ट्री को दुनिया भर में नयी पहचान दिलाने वाले औद्योगिक विशेषज्ञ एसके रुंगटा का जन्मदिन आज, जानिये खास बातें

डीएन संवाददाता

2006 से 2010 तक देश की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक सरकारी कंपनी स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन रहे एसके रुंगटा का आज जन्मदिन है। डाइनामाइट न्यूज़ पर देखिये उनका एक यादगार साक्षात्कार।



नई दिल्ली: देश में स्टीलमैन के नाम से मशहूर एसके रुंगटा का जन्मदिन है। औद्योगिक विशेषज्ञ और आर्थिक मामलों के जानकार एसके रुंगटा ने भारतीय स्टील इंडस्ट्री को दुनिया भर में नयी पहचान और सफलता दिलाई। उन्होंने देश के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में नये सुधार लाने और इन्हें अधिक उत्पादक बनाने की दिशा में कई क्रांतिकारी पहल भी की। पीएसयू Reform के लिए उनकी अध्यक्षता में भारत सरकार ने एक कमेटी बनायी थी, जिसमें इन्होंने अपने सुझाव दिये कि कैसे देश के विकास में अहम योगदान देने वाली सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का और अधिक बेहतर बनाकर देश की तरक्की में उनके योगदान को बढ़ाया जा सकता है।

देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के हाथों सम्मान पाते एसके रुंगटा

साधारण परिवार से अंतरराष्ट्रीय पहचान तक
21 मई 2011 को डाइनामाइट न्यूज़ के फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने डीडी न्यूज़ के लिए उनका एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू ‘एक मुलाकात’ के लिए किया था। एसके रुंगटा के जन्मदिन के मौके पर इस इंटरव्यू से हर कोई उनके ये सीख सकता है कि राजस्थान के झुंझनु के एक छोटे कस्बे और अति साधारण परिवार से निकलकर कैसे उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। उनके जीवन और कार्यशैली हर किसी को सकारात्मक और ऊर्जावान बनाये रखने की प्रेरणा देता है। 

स्कोप समेत कई बड़े अवॉर्ड
देश और दुनिया की औद्योगिक नब्ज पर गहरी पकड़ रखने वाले एसके रुंगटा को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिये स्कोप समेत कई अवॉर्ड मिल चुके है। 

जन्म, शिक्षा-दीक्षा और नौकरी पाने तक का सफर
उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा झुंझनु के एक छोटे कस्बे से शुरू हुई और वहीं से उन्होंने हायर सैकेंडरी तक की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद वे इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिये बिट्स पिलानी पहुंचे। इंजीनियरिंग में डिग्री लेने के बाद उन्होंने आईआईएफटी दिल्ली से पोस्ट ग्रेजुएशन किया और यहीं से कैंपस रिक्रुटमेंट के जरिये सेल्स एक्जूक्यूटिव के तौर पर उनका सलेक्शन तत्कालीन हिंदुस्तान स्टील लिमिटेड में हुआ, जो बाद में स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के रूप में परिवर्तित हुई। सेल्स एक्जूक्यूटिव से शुरू हुआ उनका यह सफर बेहद चुनौतीपूर्ण लेकिन शानदार सफलता वाला रहा।

सेल दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लाभ कमाने वाली कंपनी बनी 
सेल में 38 साल तक सेवारत रहते हुए ही वे इसी कंपनी के सर्वोच्च पद पर चैयरमैन के रूप में नियुक्त हुए। एसके रुंगटा के कार्यकाल में ही स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड दुनिया की दूसरे नंबर की सबसे बड़ी लाभ अर्जित करने वाली स्टील निर्माता कंपनी बनी थी।

एक कार्यक्रम को संबोधित करते एसके रुंगटा

भारत की वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने की क्षमता
मनोज टिबड़ेवाल आकाश के साथ इस इंटरव्यू में वे बताते हैं कि भारत के पास वे सभी क्षमताओं हैं, जो हमारे देश को विश्व की आर्थिक महाशक्ति बना सकते हैं। तब उन्होंने कहा कि भारत को अपनी आर्थिक ग्रोथ बनाये रखने के लिए सर्विस सैक्टर के अलावा मैन्यूफैक्चरिंग और इंडस्ट्रीयल ग्रोथ पर विशेष ध्यान देना होगा।   

पांच संयुक्त उद्यमों के भी पहले अध्यक्ष
देश की सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी इस्पात निर्माता कंपनी स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के चैरमैन के अलावा वे देश के पांच प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के संयुक्त उद्यम इंटरनेशनल कोल वेंचर्स लिमिटेड (आईसीवीएल) के भी पहले अध्यक्ष रहे। आईसीवीएल के संयुक्त उद्यमों सेल, सीआईएल, आरआईएनएल, एनएमडीसी और एनटीपीसी शामिल थे।

उनकी अगुवाई में ही सेल को महारत्न कंपनी का दर्जा हासिल हुआ।

शीर्ष वाणिज्यिक और औद्योगिक मंडलों में अहम भूमिका
इसके अलावा वे देश-विदेश के कई शीर्ष वाणिज्यिक और औद्योगिक मंडलों के सदस्य भी रहे। उन्होंने FICCI की 'स्टील कमेटी' के अध्यक्ष, CII के राष्ट्रीय परिषद और ASSOCHAM के सलाहकार परिषद के सदस्य, इंस्टीट्यूट फॉर स्टील डेवलपमेंट एंड ग्रोथ के प्रेसीडेंट के रूप में भी अपना उल्लेखनीय योगदान दिया। 

वीडियो: साभार डीडी न्यूज़










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