Gujarat Hight Court: गुजरात सरकार से उच्च न्यायालय ने पूछा सवाल, कहा स्कूलों में पढ़ाए बिना कैसे संरक्षित होगी गुजराती भाषा
गुजरात उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को पूछा कि राज्य सरकार स्कूलों में पढ़ाए बिना मातृभाषा गुजराती को कैसे संरक्षित रखेगी। अदालत ने कहा कि यह देखा जाता है कि संस्कृति काफी हद तक भाषा से जुड़ी होती है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
अहमदाबाद: गुजरात उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को पूछा कि राज्य सरकार स्कूलों में पढ़ाए बिना मातृभाषा गुजराती को कैसे संरक्षित रखेगी। अदालत ने कहा कि यह देखा जाता है कि संस्कृति काफी हद तक भाषा से जुड़ी होती है।
नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश सोनिया गोकानी ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि नियामक ढांचे के अभाव में स्कूलों में गुजराती भाषा की पढ़ाई सुनिश्चित करने का प्रयास ‘व्यर्थ’ है।
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सरकार ने अदालत को आश्वासन दिया कि वह छात्रों के बीच गुजराती भाषा को बढ़ावा देने की नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एक नियामक तंत्र स्थापित करेगी। सरकार ने यह भी कहा कि राज्य के स्कूलों को आवश्यकता के बारे में अवगत कराया जा रहा है।
मुख्य न्यायाधीश गोकानी ने कहा, ‘‘अगर आप इस पर गौर करें तो यह एक प्रमुख मुद्दा है। यह (गुजराती) भी हमारे संविधान की भाषाओं में से एक है। आप इसे स्कूलों में पढ़ाए बिना कैसे संरक्षित करने जा रहे हैं? संस्कृति काफी हद तक भाषा से जुड़ी होती है।’’
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