पेट्रोरसायन क्षेत्र में कच्चे माल की कमी को दूर करने के लिए ये काम करने वाली है सरकार

डीएन ब्यूरो

सरकार ने शुक्रवार को कहा कि पेट्रोरसायन क्षेत्र में कच्चे माल की कमी है और आयात घटाने के लिए क्षेत्र में निजी क्षेत्र के और ज्यादा निवेश करने की जरूरत है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
फाइल फोटो


नयी दिल्ली: सरकार ने शुक्रवार को कहा कि पेट्रोरसायन क्षेत्र में कच्चे माल की कमी है और आयात घटाने के लिए क्षेत्र में निजी क्षेत्र के और ज्यादा निवेश करने की जरूरत है।

उद्योग मंडल एसोचैम के विशेष रसायन पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए रसायन एवं पेट्रोकेमिकल सचिव अरुण बरोका ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के आने और पेट्रोल-डीजल की मांग में कमी से भविष्य में पेट्रोरसायन की मांग खुद ही बढ़ जाएगी।

यह भी पढ़ें | Road Projects: नई एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के लिए सरकार कर रही है 4.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश

उन्होंने कहा, “हमें पता है कि कच्चे माल की कमी है और अनुमान है कि हमें 2040 तक हर साल कम से कम एक पदार्थ की जरूरत है लेकिन उस प्रकार का निवेश फिलहाल नहीं हो रहा है। देश में कमी होगी तो हम अपने आप ही दूसरे देशों से आयात करने पर निर्भर हो जाएंगे।”

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इंडियन ऑयल एवं इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड की एक रिपोर्ट के अनुमान के अनुसार, पेट्रोरसायन क्षेत्र में 18 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत है।

यह भी पढ़ें | सरकार ने घरेलू कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर घटाया: डीजल, एटीएफ के निर्यात पर भी शुल्क घटा

निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सरकार अनुकूल माहौल प्रदान कर रही है। संबंधित मंत्रालय इसके लिए सहयोगात्मक रूप से काम कर रहे हैं।










संबंधित समाचार