Chhath Puja 2023: उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन, देखिये कैसे उमड़ा आस्था का सैलाब
चार दिवसीय इस महापर्व के दौरान छठ घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा और छठी मैया के भक्तिमय गीतों की गूंज सुनी गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पटना/लखनऊ: बिहार के सबसे लोकप्रिय त्योहार छठ के चौथे और अंतिम दिन सोमवार को व्रतियों ने राज्यभर में गंगा समेत अन्य नदियों और तालाबों के किनारे पानी में खड़े होकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण किया।
उत्तर प्रदेश समेत देश के भी कई हिस्सों में सोमवार सुबह छठ घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान भास्कर की आराधना के प्रति समर्पित यह चार दिवसीय महापर्व संपन्न हो गया।
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के सिसवा बाजार में भी सोमवार को छठ महापर्व के अंतिम दिन उगते सूर्य के दर्शन के लिए रामजानकी मंदिर और पोखरा टोला घाट के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस मौके पर महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना उपवास खोला। छठ घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सूर्य के दर्शन कर व्रती महिलाओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे का निर्जला उपवास खोला।
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के एक अणे मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर बनाए गए एक जल कुंड में परिवार के करीबी सदस्यों, जिन्होंने व्रत रखा था, के साथ उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया।
नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को शुरू हुए सूर्य उपासना के चार दिवसीय इस महापर्व के दूसरे दिन खरना के बाद व्रतियों का शुरू हुआ 36 घंटों का निर्जला उपावास रविवार की शाम अस्ताचलगामी और सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ पूरा हो गया।
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चार दिवसीय इस महापर्व के दौरान पूरा प्रदेश में छठी मैया के भक्तिमय गीतों की गूंज सुनी गई।
छठ पर्व के दौरान प्रदेश के किसी भी भाग से अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं प्राप्त हुई है। छठ पर्व के मद्देनजर पटना के विभिन्न घाटों सहित प्रदेश में अन्य स्थानों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ड्यूटी पर तैनात थे।
घाटों पर जाने के रास्ते को सुचारु एवं अवरोधमुक्त बनाया गया था। घाटों पर बेहतर सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।