रायबरेली: जागरूक कार्यक्रम चलाकर साइबर ठगी पर लगेगा अंकुश
साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच रायबरेली पुलिस इसे लेकर सघन जागरूकता अभियान चला रही है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रायबरेली: साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच रायबरेली पुलिस इसे लेकर सघन जागरूकता अभियान चला रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि साइबर अपराध आज के समय की सबसे चुनौती है जिससे जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से बचा जा सकता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार यही कारण है कि यहां सभी शैक्षिक संस्थानों में हर रोज़ जगरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में फीरोज गांधी डिग्री कालेज में आयोजित कार्यशाला के दौरान एक छात्रा ने अपने साथ हुई साइबर धोखाधड़ी का ज़िक्र भी किया।
उसने बताया कि वर्क फ्रॉम होम के नाम पर उससे साइबर ठगों ने पैसा जमा करा लिया उसके बाद गायब हो गए। वहीं जगरूकता कार्यक्रम के दौरान फीरोज गाँधी डिग्री कालेज की प्रोफेसर ने बताया कि आने वाला समय एआई और मेटावर्स का है। ऐसे में नई उम्र के बच्चों का प्रभावित होना संभावित है।
ऐसे में जागरूकता की अवश्यकता सबसे ज़्यादा इन्हीं बच्चों को है। जगरूकता कार्यक्रम को संचालित कर रहे साइबर थाना के प्रभारी विंध्य विनय सिंह ने इस दौरान छात्र छात्राओं को आगाह किया कि वह अनजाने लिंक, अंजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट और अंजान लोगों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चैटिंग की भूल न करें। वहीं ऐप डाऊन लोडिंग को लेकर भी सावधान रहें और वेरीफाइड माध्यम से ही इन्हें डाऊनलोड करें।
यह भी पढ़ें |
रायबरेली: जेल में कैदी की मौत पर परिजनों ने लगाया आरोप, की जांच की मांग
एफजी कॉलेज में एमएससी फिजिक्स की छात्रा प्रिया अग्रवाल ने बताया कि मेरे व मेरे ग्रुप में कई लोगों के साथ साइबर क्राइम हो चुका है। वर्ष 2023 में वर्क फ्रॉम होम के लिए मेरी एक आईडी बनाई गई थी।
उन्होंने पहले 6000 मांगा। इसके बदले उन्होंने सामान देने की बात कही थी। पहली बार जब मैने पेमेंट भेजी तो उन्होंने कहा कि आपकी पेमेंट ब्लॉक हो गई है। उसके बाद उन्होंने कहा कि 3000 भेजिए तो आपको टोटल 9000 हजार का सामान दे दिए जाएंगे। मैंने फिर उन्हें 3000 रुपये भेज दिए।
उन्होंने फिर कहा कि यह पेमेंट भी ब्लॉक हो गई अब आप मुझे दोबारा से 6000 भेजिए तो हमने उसे भेज दिया। इस तरह मेरे कुल 13000 रुपए का नुकसान हुआ था।
साइबर क्राइम के बारे में सभी को जानकारी रहनी चाहिए। हम बेरोजगार लोग हैं। हम पैसा कमाने के लिए सोशल मीडिया पर प्रॉफिट को लेकर उसमें ऐसी जगह जुड़ जाते हैं जिसमे हमे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
यह भी पढ़ें |
Sambhal Voilance: जानिये संभल हिंसा में अब तक कितनी हुईं मौतें, तनाव बरकरार
सीओ सिटी अमित सिंह का कहना है कि हमारा साइबर थाना है। साइबर जगरूकता के लिये आईटीआई, निफ्ट व एफजी कालेज में कार्यक्रम कराकर साइबर ठगी के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जागरूकता की कमी से लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। हम 1930 पर बात करके सहायता ले सकते हैं। इसके लिये हमारी टीम नवजवान छात्र छात्राओं को जागरूक करने का काम कर ही है।