सीयूईटी अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्रों की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर शिक्षा मंत्री को पत्र, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने संयुक्त विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश (सीयूईटी) परीक्षा में शामिल होने वाले मेघालय के छात्रों के परीक्षा केंद्र कोलकाता और रांची जैसे दूरदराज के स्थानों पर दिए जाने पर आपत्ति जताई है और उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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शिलांग: मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने संयुक्त विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश (सीयूईटी) परीक्षा में शामिल होने वाले मेघालय के छात्रों के परीक्षा केंद्र कोलकाता और रांची जैसे दूरदराज के स्थानों पर दिए जाने पर आपत्ति जताई है और उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।

उन्होंने प्रधान को पत्र लिखकर राज्य के छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने का अनुरोध किया है।

संगमा ने पत्र में कहा कि छात्रों को बुधवार को ‘एडमिट कार्ड’ जारी किए गए जिससे उन्हें अपने परीक्षा केंद्रों के बारे में पता चला। परीक्षा 16 जून को होनी है।

संगमा ने प्रधान को लिखे पत्र में कहा, ‘‘कृपया मामले में हस्तक्षेप करें और एनटीए (राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी) को मेघालय के छात्रों के वास्ते वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दें।’’

संगमा ने कहा कि दूरदराज के स्थानों पर सीयूईटी परीक्षा केंद्रों के आवंटन से छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए असुविधा और आवाजाही संबंधी चुनौतियां पैदा हुई हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी इस साल तीन पालियों में आयोजित किया जा रहा है। करीब 14 लाख छात्रों ने इसके लिए आवेदन किया है। परिणाम जुलाई में घोषित होने की उम्मीद है।

मेघालय ने इससे पहले परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) से राज्य में सीयूईटी केंद्र स्थापित करने का आग्रह किया था। सीयूईटी परीक्षा का संचालन एनटीए द्वारा ही किया जाता है।










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