Rajiv Gandhi Death Anniversary: पुण्यतिथि पर जानिये पूर्व पीएम राजीव गांधी से जुड़ी कुछ खास बातें, देश भर में दी जा रही श्रद्धांजलि

डीएन ब्यूरो

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 31वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है। शनिवार सुबह से ही कांग्रेस समेत कई पार्टियों के नेता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये पूर्व पीएम से जुड़ी खुछ खास बातें

देश भर में दी जा रही श्रद्धांजलि (फाइल फोटो )
देश भर में दी जा रही श्रद्धांजलि (फाइल फोटो )


नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 31वीं पुण्यतिथि है। कांग्रेस के कई नेताओं ने शनिवार सुबह से दिल्ली में स्थित राजीव गांधी के समाधि-स्थल 'वीर भूमि' पर पहुंचकर पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दी। राजीव गांधी को देश भर में याद किया जा रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये पूर्व पीएम से जुड़ी कुछ खास बातें

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी 21 मई 1991 को एक आत्मघाती बम धमाके में मारे गये थे। राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 में हुआ था और जब वह तीन साल के थे, तब भारत आजाद हुआ था। 

प्रधानमंत्री राजीव गांधी नेहरू-गांधी परिवार के आखिरी सदस्य थे। नाना जवाहर लाल नेहरू के बाद उनकी मां इंदिरा गांधी भी देश की प्रधानमंत्री रहीं और कांग्रेस की कमान संभाली। कहा जाता है कि राजीव गांधी को नाना या मां की तरह राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी। राजनीति में आने से पहले राजीव गांधी एक पेशेवर पायलट थे। 

राजीव गांधी को लंदन और फिर कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से तीन साल शिक्षा लेने के बाद भी राजीव गांधी को डिग्री नहीं मिल सकी। उन्होंने लंदन के ही इंपीरियल कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया लेकिन वहां भी उनका मन नहीं लगा।राजीव ने भारत लौट कर दिल्ली के फ्लाइंग क्लब में पायलट की ट्रेनिंग ली।

साल 1970 में राजीव गांधी ने एयर इंडिया के साथ अपने करियर की शुरुआत की। राजीव गांधी को विमान उड़ाने के साथ ही फोटोग्राफी का भी बहुत शौक था। उन्होंने 1980 में राजीनि में कदम रखा और महज 40 साल की उम्र में राष्ट्रीय राजनीति की ऊंचाइयों तक पहुंच गया। वे देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने। 

कहा जाता है कि राजीव गांधी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो खुद अपनी गाड़ी चलाकर जगह जगह जाते थे। कई चुनावी रैलियों में भी राजीव गांधी खुद अपनी कार चलाकर पहुंचे थे।हालांकि राजनीति में आने के बाद उनका नाम कई बड़े घोटालों में आया, जिससे उनकी छवि धूमिल हो गई।

पीएम बनने के बाद राजीव गांधी ने न केवल जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की राजनीतिक विरासत को संभाला, बल्कि देश को तकनीक व वैश्विक बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए। 21 मई 1991 को एक आत्मघाती बम धमाके में उनकी हत्या कर दी गई।










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