Rajiv Gandhi: राजनीति में नहीं थी दिलचस्पी, फिर भी तय किया PM तक का सफर, जानिये राजीव गांधी के बारे में ऐसी ही कई दिलचस्प बातें

डीएन ब्यूरो

राजीव गांधी की 78वीं जयंती के मौके पर पूरा देश उनको याद कर रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में राजीव गांधी के बारे में जानिये दिलचस्प बातें

राजीव गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री (फाइल फोटो)
राजीव गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री (फाइल फोटो)


नई दिल्ली: राजीव गांधी की 78वीं जयंती के मौके पर आज पूरा देश उनको याद कर रहा है। राजीव गांधी ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में साल 1984 से 1989 तक कमान संभाली। राजीव गांधी को देश के हित में लिये गये कई बड़े फैसलों के लिये जाना जाता है। देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बनने का रिकार्ड भी उनके नाम दर्ज हैं। 

राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था। राजीव, देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाती और इन्दिरा गांधी और फिरोज गांधी के बड़े पुत्र थे।

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नहीं थी राजनीति में कोई रुचि

राजीव गांधी के बारे में दिलचस्प बात यह है कि उनको राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी। लेकिन इसके बावजू भी उन्होंने प्रधानमंत्री बनने तक का सफर तय किया। राजनीति में आने से पहले वे एयरलाइन पायलट की नौकरी करते थे। 1980 में छोटे भाई संजय गांधी की आकस्मिक मृत्यु के बाद राजीव गांधी ने अपनी माता इंदिरा गांधी के सहयोग के लिए 1981 में राजनीति में कदम रखा।

राजनीति सफर के दौरान राजीव गांधी

ऐसे चढ़ी राजनीति की सीढ़ियां

1981 में वे लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने। इसके बाद 31 अक्टूबर 1984 तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री पद की कमान संभाली और अगले आम चुनाव में सर्वाधिक बहुमत के साथ प्रधानमंत्री चुने गए।

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राजीव गांधी की उपलब्धि

  • राजीव गांधी को भारत में सूचना क्रान्ति का जनक कहा जाता है।
  • राजीव गांधी को देश में कम्प्यूटराइजेशन व टेलीकम्युनिकेशन क्रान्ति का श्रेय भी प्राप्त है।
  • राजीव गांधी ने स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं में महिलाओं को 33% रिजर्वेशन दिलाने का काम किया।
  • राजीव गांधी के कार्यकाल में ही मतदाता की उम्र 21 वर्ष से कम करके 18 वर्ष तक की गई थी।
    1984 में प्रधानमंत्री के पद पर राजीव गाधी

बम धमाके से हुई थी राजीव गांधी की हत्या

21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में 'लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम' (लिट्टे) नाम के आतंकवादी संगठन के आतंकवादियों ने राजीव गांधी के खिलाफ साजिश करके बम विस्फोट से उनकी हत्या कर दी। जिस दौरान राजीव गांधी पर बम धमाका हुआ वह चुनाव प्रचार कर रहे थे।










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