पंजाब और हरियाणा में बारिश ने छोड़े तबाही के निशान, मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हुई, जानिये मौसम की ताजा स्थिति

डीएन ब्यूरो

पंजाब और हरियाणा में तीन दिन तक कहर बरपाने के बाद मंगलवार को बारिश भले ही थम गई पर कई इलाके अब भी जलमग्न हैं और बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

पंजाब और हरियाणा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हुई
पंजाब और हरियाणा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हुई


चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा में तीन दिन तक कहर बरपाने के बाद मंगलवार को बारिश भले ही थम गई पर कई इलाके अब भी जलमग्न हैं और बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसारमंगलवार को बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण छह और लोगों की मौत की सूचना मिली, जिसके साथ पिछले तीन दिनों में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 15 हो गई है। पंजाब में आठ मौतें हुईं, जबकि हरियाणा में सात लोगों की जान चली गई।

दोनों राज्यों की सरकारों ने प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। साथ ही बचाव अभियान जारी है।

मंगलवार को सुबह अधिकतर स्थानों पर मौसम साफ रहा जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। लगातार हुई बारिश से कई जिलों में घरों में पानी घुस गया और फसलों-सब्जियों को व्यापक नुकसान हुआ।

अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि पंजाब में, पटियाला, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली, एसबीएस नगर और फतेहगढ़ साहिब जिलों में 9,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।

मंगलवार को जिन लोगों के मरने की जानकारी मिली, उनमें बिहार का एक 17 वर्षीय लड़का भी शामिल है, जिसकी फतेहगढ़ साहिब जिले में मौत हो गई।

रूपनगर जिले में बारिश से जुड़ी एक घटना में मंडी (हिमाचल प्रदेश) के निवासी एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।

एक अधिकारी ने बताया कि इनमें 75 वर्षीय व्यक्ति भी शामिल है, जिसकी शनिवार रात भारी बारिश के दौरान बडोवाल गांव में मिट्टी के घर की छत गिरने से मौत हो गई। रविवार को राजपुरा में डूबने से इंजीनियरिंग के 19 वर्षीय छात्र की मौत हो गई थी। उसकी मौत की जानकारी मंगलवार को मिली।

मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले हरीश ने दो वर्ष पहले एक निजी विश्वविद्यालय में बीटेक कंप्यूटर विज्ञान पाठ्यक्रम में दाखिला लिया था।

पुलिस के मुताबिक, हरीश अपने विश्वविद्यालय परिसर में डूब गया, जहां पानी भर गया था।

पंजाब में एक अन्य घटना में, शाहकोट के पास सतलुज की सहायक नदी चिट्टी में सोमवार को एक युवक के डूबने की आशंका है।

पुलिस ने कहा कि मंगलवार को लुधियाना से 35 किलोमीटर दूर माचीवाड़ा के पास बुड्ढा दरिया में एक और 16 वर्षीय किशोर के डूबने की आशंका है।

अधिकारियों ने बताया कि रूपनगर, पटियाला, मोहाली, अंबाला और पंचकूला सहित दोनों राज्यों के प्रभावित जिलों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

पंजाब का रूपनगर जिला बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। रूपनगर में प्रभावितों की मदद के लिए अन्य लोग भी प्रशासन की मदद कर रहे हैं।

जिले में प्रभावित लोगों की मदद कर रहे परमिंदर सिंह ने सोमवार को कहा, ‘‘यह पंजाबियों की अदम्य भावना है कि जब भी उनके सामने कोई संकट आता है तो वे एक-दूसरे की मदद करने के लिए आगे आते हैं।’’

पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने राज्य में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने और प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से राहत अभियान चलाने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की।

बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष मुख्य सचिव ए वेनु प्रसाद, पुलिस महानिदेशक गौरव यादव और सेना तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

वर्मा ने कहा कि लोगों की जान बचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष ने बैठक में सूचना दी कि प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सेवा की मरम्मत कर उसे बहाल किया जाएगा।

जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भाखड़ा बांध में जल स्तर 1624.14 फुट पर पहुंच गया है जबकि बांध की क्षमता 1,680 फुट की है।

बयान में बताया गया कि पोंग बांध का जलस्तर उसकी क्षमता 1,390 फुट के मुकाबले 1,360.04 फुट पर पहुंच गया है जबकि रंजीत सागर बांध में जल स्तर 1,712.64 फुट पर है जिसमें बांध की क्षमता 1,731.99 फुट है।

बैठक में बताया गया कि सतलुज नदी पर धूसी बुंद में पाई गई दो दरारों को भर दिया गया है।

बयान के मुताबिक, बचाव अभियानों के लिए रूपनगर जिले में एनडीआरएफ के पांच दलों, एसएएस नगर (मोहाली जिले) में तीन, पटियाला में दो और जालंधर, फतेहगढ़ एवं शहीद भगत सिंह नगर में एक-एक दलों को लगाया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा में यमुना नदी पर बने हथिनी कुंड बैराज में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है, इसलिए निचले इलाकों में रह रहे लोगों को तटीय इलाकों से दूर रहने के लिए कहा गया है।

अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को सुबह नौ बजे बैराज से करीब 3.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बताया जा रहा है कि यह इस साल बैराज से छोड़े गए पानी की सबसे अधिक मात्रा है।

यमुनानगर, करनाल, पानीपत और सोनीपत जिलों के कई गांवों और यमुना से सटे गांवों के लोगों को सतर्क कर दिया गया है।

पंजाब और हरियाणा के प्रभावित इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है, अधिकारी इसे बहाल करने में जुटे हैं।

हरियाणा और पंजाब में भारी बारिश के चलते हुए जलभराव से मंगलवार को अंबाला-लुधियाना राजमार्ग समेत महत्वपूर्ण राजमार्ग अस्थायी रूप से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहे। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

अंबाला के उपायुक्त शालीन ने कहा कि अस्थायी तौर पर राजमार्गों को बंद करने का आदेश सड़कों के कुछ हिस्सों के डूब जाने के बाद लिया गया है।

अन्य महत्वपूर्ण राजमार्गों में अंबाला-चंडीगढ़ और अंबाला-हिसार राजमार्ग सोमवार शाम से ही आवगमन के लिए बंद हैं।

अधिकारियों ने कहा कि खेतों से होकर आने वाला पानी मुख्य मार्ग पर बह रहा है।

दोनों राज्यों के कई जिलों में कुछ अन्य राजमार्गों पर भी यातायात प्रभावित हुआ है।

मंगलवार को सुबह मोहाली के एयरोसिटी के कुछ निवासियों ने पानी और बिजली आपूर्ति की बहाली की मांग को लेकर हवाईअड्डा रोड पर विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन में शामिल एक बुजुर्ग ने कहा, ‘‘कई दिनों से बिजली-पानी के बिना ही गुजारा कर रहे हैं। संबंधित अधिकारियों से अनुरोध के बाद भी कोई समाधान नहीं हो पाया है।’’

पंजाब के रूपनगर और हरियाणा के अंबाला समेत कुछ अन्य प्रभावित जिलों में भी लोग बिजली और पानी से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

सोमवार को अधिकारियों ने कहा कि दोनों राज्यों में बारिश के कारण नौ लोगों की मौत की सूचना मिली है।

पंजाब सरकार ने 13 जुलाई तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है, जबकि चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार तक स्कूल बंद रहेंगे।

हरियाणा ने भी अपने कुछ प्रभावित क्षेत्रों में बुधवार तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है। राज्य सरकार ने अन्य जिलों में स्थिति के अनुसार इस मामले में निर्णय उपायुक्तों पर छोड़ दिया है।

पंजाब पुलिस प्रमुख गौरव यादव ने सोमवार को कहा कि बचाव अभियान चलाने के लिए एनडीआरएफ की 15 टीम और एसडीआरएफ की दो इकाइयां तैनात की गई हैं।

मौसम विभाग के अधिकारियों ने अगले 48 घंटे में पंजाब के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।










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