CSIR Society meeting: पीएम मोदी ने की CSIR सोसायटी के साथ बैठक, जानिये PM के संबोधन की खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) सोसायटी की एक बैठक की अध्यक्षता की। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में जारी कोरोना संक्रमण के बीच वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research) सोसायटी की एक बैठक की अध्यक्षता की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी इस बैठक में शामिल हुए। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए। इस बैठक में देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, उद्योगपति और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये CSIR सोसायटी की बैठक में पीएम मोदी के संबोधन की कुछ खास बातें।
1) कोरोना वैश्विक महामारी पूरी दुनिया के सामने इस सदी की सबसे बड़ी चुनौती बनकर आई है। लेकिन इतिहास इस बात का गवाह है, जब जब मानवता पर कोई बड़ा संकट आया है, लेकिन हमारे साइन्स ने और बेहतर भविष्य के रास्ते तैयार कर दिए हैं।
2) कोरोना के इस संकट ने रफ्तार भले कुछ धीमी की है लेकिन आज भी हमारा संकल्प है- आत्मनिर्भर भारत, सशक्त भारत।
3) बीती शताब्दी का अनुभव है कि जब पहले कोई खोज दुनिया के दूसरे देशों में होती थी तो भारत को उसके लिए कई-कई साल का इंतज़ार करना पड़ता था। लेकिन आज हमारे देश के वैज्ञानिक दूसरे देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं, उतनी ही तेज गति से काम कर रहे हैं।
4) हमारी इस संस्था ने देश को कितनी ही प्रतिभाएं दी हैं, कितने ही वैज्ञानिक दिये हैं। शांतिस्वरूप भटनागर जैसे महान वैज्ञानिक ने इस संस्था को नेतृत्व दिया है।
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5) किसी भी देश में साइन्स और टेक्नालॉजी उतनी ही ऊंचाइयों को छूती है, जितना बेहतर उसका इंडस्ट्री से, मार्केट से संबंध होता है।हमारे देश में CSIR साइन्स, सोसाइटी और इंडस्ट्री की इसी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एक institutional arrangement का काम करता है।
6) आज भारत sustainable development और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में दुनिया को रास्ता दिखा रहा है। आज हम software से लेकर satellites तक, दूसरे देशों के विकास को भी गति दे रहे हैं, दुनिया के विकास में प्रमुख engine की भूमिका निभा रहे हैं।
7) आज भारत एग्रिकल्चर से एस्ट्रॉनॉमी तक, Disaster management से defence technology तक, वैक्सीन से वर्चुअल रियलिटी तक, बायोटेक्नालजी से लेकर बैटरी टेक्नालजीज़ तक, हर दिशा में आत्मनिर्भर और सशक्त बनना चाहता है।