पुलिस, भारतीय रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर करंट लगने की घटना की अलग-अलग जांच शुरू की
दिल्ली पुलिस और भारतीय रेलवे ने उस घटना के मद्देनजर अलग-अलग जांच शुरू कर दी है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी में लगातार हो रही बारिश के बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट लगने से एक स्कूल शिक्षिका की मौत हो गई थी।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस और भारतीय रेलवे ने उस घटना के मद्देनजर अलग-अलग जांच शुरू कर दी है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी में लगातार हो रही बारिश के बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट लगने से एक स्कूल शिक्षिका की मौत हो गई थी।
जहां पुलिस ने कहा है कि मामले को लेकर जांच चल रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी, वहीं रेलवे ने कहा कि महिला की मौत की जांच के लिए एक समिति बनाई गई है।
यह हादसा रविवार सुबह तब हुआ जब गेट नंबर एक के समीप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में 34 वर्षीय साक्षी आहूजा चंडीगढ़ जाने के लिए ट्रेन में सवार होने जा रही थीं।
प्राथमिक जांच के अनुसार, बारिश में आहूजा अपना संतुलन खो बैठीं। जब उन्होंने अपने आप को संभालने के लिए बिजली के एक खंभे को पकड़ा तो वह वहां पड़े कुछ खुले तारों के संपर्क में आ गयीं।
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने कहा, ‘‘हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।’’
उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक दलों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर करंट लगने से स्कूल शिक्षिका की मौत
नलवा ने कहा, ‘‘भारतीय केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण को पत्र लिखकर स्थान का निरीक्षण करने और इस बारे में बताने को कहा गया है कि घटना कैसे घटी।’’
इस बीच, साक्षी आहूजा के पति ने अपनी पत्नी की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि घटना को सिर्फ 'एक समाचार तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए'।
अपनी पत्नी की दुखद मौत के एक दिन बाद, अंकित आहूजा ने लापरवाही के लिए भारतीय रेलवे को दोषी ठहराया और खामियों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा, 'चूंकि घटना का परिसर भारतीय रेलवे के अधिकार क्षेत्र में है, इसलिए इस दुर्घटना के लिए पूरी तरह से रेलवे अधिकारी ही जिम्मेदार हैं।'
अंकित ने कहा कि घटना के बाद एक रेलवे अधिकारी ने उनसे बात की लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
इस बीच, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि भारतीय रेलवे अपने परिसर में सभी विद्युत प्रतिष्ठानों के रखरखाव के लिए जिम्मेदार है।
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जापानी कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करने वाले अंकित ने कहा, 'किसी चीज का वादा करना एक बात है और उस पर अमल करना दूसरी बात है। हम रेलवे अधिकारियों पर तभी विश्वास कर पाएंगे जब सुधारात्मक उपाय किए जाएंगे और उन्हें लागू किया जाएगा।'
अंकित ने कहा, 'हमारे परिवार के साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए तथा जो भी इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार है, उसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और कानून के अनुसार मामला दर्ज किया जाना चाहिए। संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।'
घटना को याद करते हुए, मृतका के 10 वर्षीय बेटे राघव ने कहा कि उसकी मां का एक पैर बिजली के तार में उलझ गया था, जबकि उसका दूसरा पैर पानी से भरी सड़क पर कीचड़ में फंस गया था।
राघव ने भी कहा कि वह लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को सलाखों के पीछे देखना चाहता है।
पुलिस ने कहा कि घटना रविवार सुबह स्टेशन के निकास द्वार नंबर-1 के पास हुई और घटना के समय अंकिता अपने पिता, मां, भाई, बहन और दो बच्चों के साथ थी।