नर्सरी में बच्चों के एडिमिशन के लिए दूरी को लेकर उलझे अभिभावक

डीएन ब्यूरो

दिल्ली में नर्सरी में एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन इस बार कुछ बच्चे दूरी को लेकर के उलझ गए हैं, क्योंकि दूरी मापने के तरीका इस बार बदल दिया गया है। डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

फाइल फोटो
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नई दिल्ली: प्राइवेट स्कूलों मे नर्सरी में दाखिले की रेस में पड़ोस का मानक अभिभावकों के लिए चुनौती साबित हो रहा है। स्कूलों में दाखिले के लिए दूरी एक अहम मानक है। अभिभावक दूरी को लेकर के उलझन में पड़े हुए हैं। अभिभावक द्वारा स्कूलों की घर से दूरी मापने का तरीका ही अलग है। कुछ स्कूल गूगल मैप, सैटेलाइट मैप से, कुछ बस रूट और कुछ कॉलोनी के आधार पर दूरी माप रहे हैं। जिसके कारण कुछ बच्चे स्कूल से पास में होने के कारण भी अभिभावक वंचित हो जा रहे हैं।

 

निजी स्कूलों में दाखिला के लिए मानकों में पड़ोस के लिए 20 से लेकर 80 अंक तय किए गए हैं। कुछ स्कूलों ने पड़ोस के लिए कॉलोनी का नाम मानक रखा है। यानी पड़ोस के मानक में स्कूल ने जो कॉलोनी शामिल की है, उसी के आधार पर बच्चे को अंक मिलेंगे। कई कॉलोनियां स्कूलों की सूची में नहीं हैं। अभिभावकों की परेशानी यह है कि स्कूल के पास रहने के बावजूद उनकी कॉलोनी मानक में शामिल नहीं है।

नर्सरी दाखिले को लेकर जहां स्कूलों ने अपनी तैयारियों को अमलीजामा पहना दिया है तो वही अभिभावक भी पूरी तरह से तैयार हैं। अच्छे से अच्छे और बेहतर से बेहतर स्कूल में अपने बच्चों के एडमिशन की चाह है लेकिन वह इस बार उलझे हुए हैं।

सभी निजी स्कूलों में 7 जनवरी तक जमा कराए जा सकते हैं। एडमिशन प्रक्रिया की पहली लिस्ट 4 फरवरी 2019 को जारी होगी। जिसमें वेटिंग लिस्ट भी जारी की जाएगी। इसके बाद दूसरी लिस्ट 21 फरवरी 2019 को जारी की जाएगी। अगर इन दोनों लिस्ट के जारी होने के बाद भी सीट खाली रह जाती है तो तीसरी लिस्ट 15 मार्च 2019 को जारी होगी और 31 मार्च 2019 को एडमिशन प्रक्रिया खत्म हो जाएगी।










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