अब भारत इस नई योजना के साथ अपने पड़ोसी देशों के बीच बढ़ाएगा व्यापार, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
भूटान-सिलीगुड़ी-बांग्लादेश गलियारे के विकास से इन पड़ोसी देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इस क्षेत्र के व्यवसायी चाहते हैं कि इस गलियारे को तेजी से पूरा किया जाए। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
कोलकाता: भूटान-सिलीगुड़ी-बांग्लादेश गलियारे के विकास से इन पड़ोसी देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इस क्षेत्र के व्यवसायी चाहते हैं कि इस गलियारे को तेजी से पूरा किया जाए।
यहां हाल में आयोजित हुए बिम्सटेक बिजनेस सम्मेलन में मौजूद व्यवसायियों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि तीन देशों- भूटान, बांग्लादेश और नेपाल को जोड़ने वाले इस गलियारे से उत्तर बंगाल में सड़क संपर्क बेहतर होगा और व्यापार के साथ ही रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।
प्रिस्टिन हिंदुस्तान इंफ्राप्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रमुख अविरल जैन ने कहा, ''बंगाल निवेश करने के लिए सही जगह है। सिलीगुड़ी के रेल नेटवर्क का उपयोग सभी देशों द्वारा कोलकाता और उससे आगे माल भेजने के लिए किया जा सकता है।''
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उन्होंने कहा कि आईसीडी डाबग्राम उत्तरी बंगाल क्षेत्र में रेल से जुड़ा बंदरगाह है। इससे उत्तरी बंगाल, सिक्किम, उत्तर बिहार, पूर्वोत्तर के कारोबारियों को फायदा मिलेगा।
बांग्लादेश में शम्स ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रबंध निदेशक रबीउल आलम ने कहा कि उनका देश भौगोलिक रूप से भारत के पूर्वोत्तर राज्यों से जुड़ा हुआ है और बेहतर व्यापार संबंधों के लिए दोनों देशों के बीच नदी मार्गों को विकसित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ''फिलहाल मालवाहक जहाज बांग्लादेश से खाली जाते हैं और भारत से लोड होकर लौटते हैं। यहां भारी व्यापार असंतुलन है। हमें नदी मार्गों को फिर से तैयार करने की जरूरत है। इससे सभी को फायदा होगा।''
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सनराइज एक्सपोर्ट, भूटान के प्रबंध निदेशक गोपाल वैबा लामा ने कहा, ''हमें जलमार्गों को विकसित करने की जरूरत है। हमारे पास दो महत्वपूर्ण नदियां हैं, जिनका इस्तेमाल भारत और बांग्लादेश में माल की ढुलाई के लिए किया जा सकता है।''