अब होली में रंग खेलने से घबराए नहीं, करें ये उपाय

डीएन ब्यूरो

रसायनिक रंगों से बचकर हर्बल रंगों से मनाएं होली, पढ़ें हर्बल रंग बनाने की विधि

फाइल फोटो
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नई दिल्ली: होली का त्योहार आने में महज कुछ दिन ही बाकी है, लिहाजा अब हर घर में इस त्योहार की तैयारियां चल रही हैं। होली का त्योहार कई रिश्तों के बीच कड़वाहट को दूर करके बहार लाता है। ऐसे में आप इस त्योहार को सेलिब्रेट करते समय ये भी ध्यान रखें कि आप पर इसके सेलिब्रेशन का बुरा असर न पड़ें। कई बार खुशी और हर्षोल्लास में मनाए जाने वाले इस त्योहार पर जब लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं तो कभी किसी की स्किन पर हानिकारक प्रभाव भी पड़ता है। इसलिए आज हम आपको यहां कुछ ऐसे रंग बनाने के टिप्स बता रहे हैं जो आपकी त्वचा के लिए हानिकारक नहीं होंगे। रंगों और खुशियों के त्योहार होली खेलने के लिए चुकंदर, मेहंदी और फूलों को अपने किचन में इकट्ठा करना शुरू कर दीजिए, ताकि आपको हानिकारक रासायनिक रंगों से होली नहीं खेलना पड़े।

हर्बल रंग बनाने के संबंध में पढ़िए यह सुझाव

नारंगी रंग बनाने के लिए रात भर मेहंदी की पत्तियों को पानी में डालकर छोड़ दें और सुबह उस पानी से होली खेलें।

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गहरा गुलाबी रंग (मैजेंटा) बनाने के लिए चुकंदर के कुछ टुकड़ों को एक कप पानी में उबाल लीजिए और फिर अगले दिन इससे होली खेलें।

पीला रंग बनाने के लिए लाल रंग के फूलों को पानी में भिगो दे इससे पानी का रंग हल्के पीले रंग का हो जाएगा।

हरा रंग बनाने के लिए पालक को पानी में भिगों दीजिए और फिर रंग हरा हो जाने पर उस पानी से होली खेलें।

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नीला रंग बनाने के लिए ब्लूबेरी के रस का इस्तेमाल कीजिए।

अगर सूखे रंग से होली खेलना हो तो चावल के आटे में फूड कलर मिला लीजिए और इसमें दो छोटा चम्मच पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इसे सूखने के लिए छोड़ दें और फिर इसे मिक्सर में पीस लीजिए, इससे यह पाउडर बन जाएगा और इससे होली खेलें।   

 










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