Navratri Special: चैत्र नवरात्रि में ऐसे करें कलश स्थापना, जानिए पूरी पूजा के विधि-विधान

डीएन ब्यूरो

चैत्र नवरात्रि के उत्सव की पूरे भारत ने जोर शोर से तैयारी हो रही है। सब लोग मां दुर्गा के आगमन का इंतजार कर रहें हैं। डाइनामाइट न्यूज़ कि इस खास रिपोर्ट में जानिए कलश स्थापना और पूजा विधि के बारे में

चैत्र नवरात्रि कलश स्थापना विधि
चैत्र नवरात्रि कलश स्थापना विधि


नई दिल्ली: नवरात्रि का उत्सव पूरे भारत में जोर-शोर से मनाया जाता है। इस दिन भगवती मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दिन लोग माता कि पूजा कर के उनका आर्शीवाद प्राप्त करतें हैं। 

डाइनामाइट न्यूज़ कि इस खास पढ़िए मां दुर्गा की पूजा के कलश स्थापना और पूजा विधि के बारे में

कलश स्थापना विधि

नवरात्रि के प्रथम दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर साफ और स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद घर और मंदिर में गंगाजल छिड़कर शुद्ध कर लें

अब एक लाल कपड़ा बिछा दें और उसपर थोड़े चावल रखें।

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एक मिट्टी के एक पात्र में शुद्ध मिट्टी डालकर उसपर जौ बो दें, फिर इस पात्र पर एक कलश स्थापित करें और उसमें जल भर दें।

इसके बाद कलश में 5 आम के पत्ते चारों तरफ लगाएं। आप आम की जगह आशोक के पत्ते भी रख सकते हैं।

इसके बाद कलश के जल में  साबुत सुपारी, सिक्का और अक्षत अवश्य डालें

कलश के ऊपर एक जटा वाला नारियल रखें। नारियल पर कलावा बांधकर उस पर लाल रंग कि चुनरी बांधकर ही कलश पर रखें।

फिर अखंड दीपक प्रज्वलित भी करें, और मां दुर्गा के मंत्रों का उच्चारण करें।

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नवरात्रि पूजा विधि

नवरात्रि के पूरे नौ दिन सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्नान कर लें, फिर पूजा के स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।

घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।

मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।

धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।

इसके बाद माता की आरती की थाल को पूरे घर में फेराएं और माता का प्रशाद सभी परिवार के सभी लोंगो के बांटे। 










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