यातायात पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यवहार, मामले की जांच के आदेश, जानिये पूरी घटना
राजस्थान पुलिस ने चूरू में एक यातायात पुलिसकर्मी के साथ कुछ लोगों द्वारा दुर्व्यवहार करने के मामले की जांच शुरू कर दी है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
जयपुर: राजस्थान पुलिस ने चूरू में एक यातायात पुलिसकर्मी के साथ कुछ लोगों द्वारा दुर्व्यवहार करने के मामले की जांच शुरू कर दी है।
किसी अन्य व्यक्ति द्वारा शूट किए गए इस वीडियो में पुलिसकर्मी (हेड कांस्टेबल) यह बता रहा है कि जब वह ट्रैफिक जाम हटा रहा था, तब कुछ लोगों ने उसके साथ किस तरह से बदसलूकी की। हेड कांस्टेबल के अनुसार, बदसलूकी करने वाले राजनीतिक (लोग) थे और उन्हें 'मंत्री जी की कोठी' पर आने के लिए कहा गया।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आरोप लगाया कि चूरू में पुलिसकर्मियों को धमकाने के पीछे नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का हाथ है। वहीं, राठौड़ ने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है और वह पुलिसकर्मी के साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में जानकारी ले रहे हैं।
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हालांकि, हेड कांस्टेबल ने किसी का नाम नहीं लिया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने चूरू के पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच के निर्देश दिए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार चूरू के वृत्ताधिकारी राजेंद्र बुरडक ने बताया कि यह घटना सोमवार को हुई, जब हेड कांस्टेबल ट्रैफिक जाम हटाने की कोशिश कर रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि हेड कांस्टेबल आज (मंगलवार को) लिखित शिकायत देंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने वीडियो को रीट्वीट किया और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर चूरू में पुलिसकर्मियों को धमकाने का आरोप लगाया। राठौड़ चूरू विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं।
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डोटासरा ने ट्वीट किया,‘‘राजेंद्र राठौड़ साहब, चूरू की जनता एवं पुलिसवालों को डरा-धमकाकर चुनाव जीतेंगे क्या? कानून के रखवालों पर ज़ुल्म करके क्या संदेश देना चाहते हैं आप? कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मी को प्रताड़ित करने के उद्देश्य से अपनी कोठी पर बुलवाने की बजाय, आपको चाहिए कि अपने उद्दंड कार्यकर्ताओं के कान पकड़ के थाने लाइए।'
वहीं, राठौड़ ने इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। राठौड़ ने ट्वीट किया,' डोटासरा जी, यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं इस घटना की निंदा करता हूं। मैं स्वयं इस मामले की जानकारी ले रहा हूं कि पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यवहार की घटना कब व किसके द्वारा की गई। चूरू की धरती नाथी का बाड़ा नहीं है। पुलिसकर्मियों का सम्मान करना चूरू की परम्परा रही है।'