महाराष्ट्र: इमारत ढहने के 45 घंटे से अधिक समय बाद तलाश एवं बचाव अभियान को रोका गया

डीएन ब्यूरो

ठाणे जिले के भिवंडी में दो मंजिला एक इमारत ढह जाने की घटना में जीवित लोगों को बचाने और शवों को खोजने के लिए चलाए गए व्यापक तलाश एवं बचाव अभियान को 45 घंटे से अधिक समय बाद सोमवार दोपहर से ठीक पहले रोक दिया गया। स्थल पर मौजूद अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मारत ढहने के 45 घंटे से अधिक समय बाद तलाश एवं बचाव अभियान
मारत ढहने के 45 घंटे से अधिक समय बाद तलाश एवं बचाव अभियान


महाराष्ट्र: ठाणे जिले के भिवंडी में दो मंजिला एक इमारत ढह जाने की घटना में जीवित लोगों को बचाने और शवों को खोजने के लिए चलाए गए व्यापक तलाश एवं बचाव अभियान को 45 घंटे से अधिक समय बाद सोमवार दोपहर से ठीक पहले रोक दिया गया। स्थल पर मौजूद अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मनकोली के वलपाड़ा स्थित वर्धमान कंपाउंड में दो मंजिला इमारत शनिवार को अपराह्न करीब पौने दो बजे ढह गई थी। इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हुए हैं। इमारत के भूतल और पहली मंजिल पर गोदाम थे, जबकि ऊपरी मंजिल पर चार परिवार रहते थे।

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार और रविवार को तीन-तीन और सोमवार को दो शव बरामद किए गए थे।

भिवंडी के तहसीलदार आदिक पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, ठाणे आपदा मोचन बल, अग्निशमन दल, आम नागरिकों और पुलिस कर्मियों द्वारा चलाया जा रहा तलाश अभियान सोमवार सुबह सात बजे आठवां शव मिलने के बाद दोपहर से ठीक पहले रोक दिया गया।’’

पाटिल ने बताया कि सोमवार सुबह छह बजे से सात बजे के बीच दिनेश तिवारी (34) और अशोक कुमार मिश्रा (32) के शव बरामद किए गए।

अधिकारियों ने बताया कि आठ मृतकों में ललिता देवी (26) भी शामिल थीं, जिनके दो बेटे प्रेम रविकुमार महतो (सात) और प्रिंस रविकुमार महतो (पांच) भिवंडी के इंदिरा गांधी मेमोरियल (आईजीएम) अस्पताल में भर्ती हैं।

उन्होंने बताया कि सुनील पीसा (38) नाम के व्यक्ति को घटना के 20 घंटे से अधिक समय बाद रविवार को मलबे से बाहर निकाला गया था।

नारपोली पुलिस ने इमारत के मालिक इंद्रपाल पाटिल के खिलाफ गैर इरादत हत्या और अन्य अपराधों के तहत एक मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया कि इमारत के संबंध में प्राधिकारियों से आवश्यक अनुमति नहीं ली गई थी।

एक निकाय अधिकारी के अनुसार, यह इमारत करीब 10 साल पुरानी थी और ऐसी आशंका है कि यह इमारत छत पर लगे एक मोबाइल टावर का भार सहन नहीं कर पायी।










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